उत्तर प्रदेश में सभी चुनावी नतीजे आ चुके हैं समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान जेल में रहते हुए और सपा अध्यक्ष सुप्रीमो अखिलेश यादव भी विजई रहे हैं अखिलेश और आजम खान दोनों सांसद है आजम खान रामपुर से और अखिलेश यादव आजमगढ़ से संसद सदस्य चुने गए थे अखिलेश यादव ने मैनपुरी की करहल सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ा और वह जीते|इसी तरीके से इसी तरह से रामपुर से सांसद और सपा के कद्दावर नेता आजम खान ने रामपुर सीट से ही विधानसभा का चुनाव लड़ा और आठवी जीत दर्ज की |आजम खान ने अपना चुनाव विभिन्न आरोपों पर रहते जेल में होने होते हुए जीता| आजमगढ़ से सांसद अखिलेश यादव के जिले की सभी 10 सीटें सपा के हिस्से में गई है| ऐसे में समाजवादी पाटी का मानना है कि नैतिक रूप से उनका आजमगढ़ से सांसद बना रहना पार्टी के लिए आवश्यक है|इसी तरह से आजम खान का रामपुर सीट से संसद सदस्य बना रहना पार्टी हित मे माना जा रहा है| आज़म खान लोकसभा में पार्टी के दमदार सदस्य हैं|
अखिलेश के सांसद बने रहने के पीछे एक तर्क यह भी दिया जा रहा है कि मौजूदा समय में सपा के सिर्फ पांच सांसद हैं। इनमे अखिलेश और आजम खां शामिल हैं। ऐसे में दोनों ही नेता अपनी विधान सभा सीट से इस्तीफा दे सकते हैं, ताकि लोकसभा में सांसदों की संख्या पर कोई असर न पड़े। सूत्रों के मुताबिक, मैनपुरी के कुछ नेताओं का प्रतिनिधिमंडल अखिलेश यादव से मिला था। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने अखिलेश को कुछ नाम भी सुझाए हैं, जिन्हें करहल से उम्मीदवार के रूप में उतारा जा सकता है।
यह भी चर्चा है कि विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल होने के नाते सपा की तरफ से नेता प्रतिपक्ष कौन होगा, इसे लेकर 21 मार्च को होने वाली बैठक में चर्चा होगी। पार्टी के कुछ नेताओं के मुताबिक इस पद के लिए इटवा से विधायक चुने गए माता प्रसाद पांडेय के नाम पर सहमति बन सकती है। दरअसल, माता प्रसाद विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं। पार्टी के पुराने नेता हैं और एक बड़ा ब्राह्मण चेहरा हैं। ऐसे में 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी उन्हें विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाने की घोषणा कर सकती है। इसके अलावा इस पद के लिए लालजी वर्मा के नाम पर भी चर्चा है। दरअसल, अभी तक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी थे। वह इस बार चुनाव हार गए हैं।