tag manger - कोरोना : भारत में 47 लाख लोगों की मौत हुई, भारत ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों को नकारा – KhalihanNews
Breaking News

कोरोना : भारत में 47 लाख लोगों की मौत हुई, भारत ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों को नकारा

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि कोविड-19 के कारण भारत में 2020-21 में 47 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई। यह आंकड़ा भारत सरकार के आधिकारिक आंकड़े से लगभग दस गुणा अधिक है।

पांच मई 2022 को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यह आंकड़े जारी किए। जो बताते हैं कि भारत दुनिया के उन 20 देशों में शामिल हैं, जो जनवरी 2020 से दिसंबर 2021 के दौरान 80 प्रतिरिक्त अतिरिक्त मृत्यु दर के लिए जिम्मेवार थे। इन 20 देशों की आबादी दुनिया की आधी आबादी के बराबर है।

इन देशों में भारत के अलावा ब्राजील, कोलंबिया, मिस्र, जर्मनी, इंडोनेशिया, ईरान, इटली, मैक्सिको, नाइजीरिया, पाकिस्तान, पेरू, फिलीपींस, पोलैंड, रूसी संघ, दक्षिण अफ्रीका, यूनाइटेड किंगडम, तुर्की, यूक्रेन और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं।

डब्ल्यूएचओ ने दावा किया कोविड​​​​-19 की वजह से इन दो वर्षों में दुनिया में लगभग 1.5 करोड़ लोगों की मौत हुई है। हालांकि दुनिया के देशों द्वारा 4 मई तक डब्ल्यूएचओ को करीब 6,243,038 लोगों की मौत की सूचना मिली है। जबकि डब्ल्यूएचओ का अनुमान इससे तीन गुना ज्यादा है।

भारत ने किया खंडन
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट जारी होते ही भारत सरकार की ओर से एक बयान जारी किया गया। इस बयान में कहा गया है, ” अतिरिक्त मौतों के आकलन के लिए जिस गणितीय मॉडल का उपयोग किया गया है, भारत को उस मॉडल पर आपत्ति है”।
भारत प्रामाणिक डेटा की उपलब्धता के मद्देनजर अधिक मृत्यु दर अनुमान लगाने के लिए गणितीय मॉडल के उपयोग पर कड़ी आपत्ति जताता है।”

सरकार ने कहा कि इस्तेमाल किए गए मॉडलों की वैधता और मजबूती और डेटा संग्रह की पद्धति “संदिग्ध” है। सरकार ने पहले भी इस पर आपत्ति जताई थी।

देश के शीर्ष स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा कोरोना संक्रमण या इसके प्रभाव के कारण भारत में 47 लाख लोगों की मौत का अनुमान लगाने के लिए प्रयुक्त ‘मॉडलिंग’ पद्धति पर वाल उठाये हैं| भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक बलराम भार्गव, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल और एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया सहित कई विशेषज्ञों ने रिपोर्ट को अस्वीकार्य बताया है, साथ ही इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है|

रजिस्ट्रार जनरल द्वारा इस सप्ताह जारी नागरिक पंजीकरण प्रणाली (सीआरएस) रिपोर्ट के अनुसार, भारत में पंजीकृत मौतों की संख्या 2020 में 6.2 प्रतिशत बढ़कर 81 लाख हो गई, जो 2019 में 76 लाख थी।

About admin

Check Also

चीन से पैदा निमोनिया जैसी रहस्यमयी बीमारी, फिर कोविड जैसी महामारी का डर !

दुनिया, फिर चीन में फैली एक नयी बीमारी से दहशत में है। इस नयी बीमारी …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *