फिलहाल
साथियों,
भारत आज भी कृषि प्रधान देश है। खलिहान मासिक की शुरुआत 2004 में की गई। पांच रुपये की यह पत्रिका देश के सबसे ज्यादा प्रसार वाली पत्रिका बनी। लेकिन यह सिर्फ खेती किसानी,गांव, खलिहान और ग्रामीण समस्याओं की पत्रिका बनी। दूधर,खेती-किसानी, गांव खेत-बीज, ग्रामीण समाज का ताना-बाना भी बदला है। ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याएं बदली हैं। जरूरते बदली है। गांव और शहरों की जिन्दगी में तकनीक ने कई बदलाव किये है।
हमने तय किया कि मासिक खलिहान को रोजाना किया जाये। गांव ही नहीं इसे देश के सभी वर्गों से जोड़ा जाये। खलिहान के नये डिजिटल रंग-रूप ‘खलिहान न्यूज.कॉम में हमारी कोशिश देश- विदेश की खबरों के सभी राज्यों की जिलेवार ख़बरों के साथ अन्य विचारणीय व ताजातरीन जानकारियों को भी जुटाने का प्रयास करेंगे। आपके सुझावों का स्वागत हम करेंगे ही।
हमारी कोशिश खलिहान न्यूज को देश के हर अंचल तक पहुंचाने की रहेगी, आप खलिहान से जुड़कर हमें मज़बूत बनने में मददगार बने ,हमें अपने गाव कस्बे के साथ उन तमाम इलाको की सूचनाओं की भी तलाश भी रहेगी आप हमें अपने मोबाइल नंबर के साथ अपने गांव की सूचनाओं , समस्याओं, सरकारी योजनाओं का हाल,सुख-दुख, सीधे भेज सकते है
शहरी जिन्दगी के सभी रंग हम आपसे लेकर अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचना जरूरी समझते हैं
पारस अमरोही