लाल मूली की खेती के लिए जरूरत होती है बलुई दोमट मिट्टी की | जिस मिट्टी में पानी ना रुकता हो | बुआई से पहले खेत को 2-3 बार जोत कर मिट्टी को अच्छे से भुरभुरा कर लेना चाहिए |
अगर आप मेड़ बनाकर मूली की खेती करते हैं तो उससे आपको और भी अच्छा उत्पादन मिल सकता है | मूली की बुआई से पहले खेत में पर्याप्त मात्रा में गोबर की खाद जरूर डालें, ताकि पौधों को पोषण की कमी ना हो | आप चाहे तो गोबर की खाद के बदले वर्मी कंपोस्ट भी इस्तेमाल कर सकते हैं | पर्याप्त मात्रा में ऑर्गेनिक खाद का इस्तेमाल करने से फसल की पैदावार अच्छी होती है |
लाल मूली की खेती भारत के लगभग सभी क्षेत्रों में सफलतापूर्वक की जा सकती है। सफेद मूली की तुलना में लाल मूली में अधिक एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। इस कारण इसकी मांग बढ़ने लगी है। लाल मूली की बिक्री भी अधिक मूल्य पर होती है।
इसकी बुआई सितंबर से फरवरी महीने तक की जा सकती है। इसकी खेती आप पॉलीहाउस में कभी भी कर सकते हैं। इसकी जड़ें (कंद) गहरे लाल रंग की होती हैं।
इसके पत्ते गहरे हरे रंग के होते हैं। इसका स्वाद हल्का तीखा होता है।