पंजाब में पहली बार चुनाव लड़ रहे किसान संगठनों के संयुक्त समाज मोर्चा (SSM) ने अपना मेनिफेस्टों जारी कर दिया है। ‘चुनाव इकरारनामा’ के नाम से जारी मेनिफेस्टो में 25 बिंदुओं को शामिल किया गया है। चंडीगढ़ में मोर्चा प्रधान बलबीर राजेवाल ने कहा कि किसानों को फल-सब्जी समेत हर फसल पर MSP मिलेगी। इसके अलावा पंजाब में सभी नेशनल हाइवे टोल फ्री होंगे। हुसैनीवाला और बाघा बॉर्डर खुलकर पाकिस्तान और सेंट्रल एशिया से व्यापार करेंगे।
समाज मोर्चा ने मेनिफेस्टो में कहा कि पंजाब में कार्पोरेट्स की बड़ी इंडस्ट्री को बढ़ावा नहीं देंगे। छोटी इंडस्ट्री के बल पर पंजाब का विकास की राह पर अग्रसार किया जाएगा। इससे रोजगार भी मिलेगा। IT सेक्टर को प्राथमिकता दी जाएगी। पंजाब बॉर्डर स्टेट है, इसलिए केंद्र से स्पेशल स्टेट्स की मांग होगी। UAPA जैसे केस खत्म कराए जाएंगे।
संयुक्त समाज मोर्चा ने कहा कि सरकार बनी तो पंजाब विधानसभा साल में 90 दिन काम करेगी। जिसमें 75 % विधायकों की हाजिरी अनिवार्य होगी। इसके अलावा एक हिसाब-किताब कमीशन बनाएंगे। जो नेताओं और ब्यूरोक्रेट्स की लूट की जांच करेगी। जो भी जिम्मेदार होंगे, उनके खिलाफ केस दर्ज करेंगे। किसान नेताओं ने कहा कि हमने वह वादे किए हैं, जो पूरे किए जा सकते हैं। आम आदमी पार्टी कह रही है कि महिलाओं को एक हजार मंथली देंगे। इसके लिए उन्हें 25 हजार करोड़ चाहिए। कांग्रेस अगर अपने वादे पूरे करे तो उन्हें 30 हजार करोड़ की जरूरत है। सवाल यह है कि यह पैसे कहां से आएंगे?। पंजाब पर पहले ही 3 लाख करोड़ का कर्ज है। मेनिफेस्टो के मुख्य बिंदू हर किसान परिवार सेव फार्म कमीशन, 25 हजार इनकम इंश्योर करने के लिए पॉलिसी फसल का नुकसान होने पर को-ऑपरेटिव सोसाइटी के जरिए भरपाई।
फूड प्रोसिसंग के लिए किसानों को 2% ब्याज पर 5 लाख तक का लोन। को-ऑपरेटिव सोसाइटी का समय पर कर्जा मोड़ने वालों को ब्याजमुक्त कर्ज देंगे। रेवेन्यू विभाग की सेवाएं किसानों को टाइम बाउंड तरीके से मिले।एजुकेशन-हेल्थ का इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करेंगे।किसान नेता बलबीर राजेवाल ने कहा कि हमने दूसरों की तरह बड़े वादे नहीं किए हैं। हमने वही लिखा है जो हम कर सकते हैं। पंजाबी अपनी किस्मत खुद लिखेंगे।