अगर बाजार में आफ सीजन फलों की उपलब्धता भी हो तो वह केमिकल में प्रोसेस कर (संरक्षित) प्रिजर्व किए जाते हैं। मगर चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के फूड साइंस विभाग फसलों व खाद्य वस्तुओं को अधिक दिन तक बिना की रसायनिक प्रोसेस के चलाने पर कार्य कर रहा है। इसके तहत बेर कैंडी, बेल और मटर को अभी अधिक समय के लिए रखा जा सकता है। इसमें किसी प्रकार के केमिकल का प्रयोग नहीं किया गया है।
शोधार्थियों का दावा है कि इस तरह से सबसे पहले तो हर मौसम में फलों से मिलने वाले उत्पाद का लुत्फ उठाया जा सकता है।
इसके साथ ही इनमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों पर भी कोई असर नहीं पड़ता है। हालांकि इस प्रक्रिया पर अभी प्रयोग ही हुआ है, मगर जल्द ही इस तरह से बने उत्पादों को लोगों को भी बेचा जाएगा। कुछ समय पहले चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में लगे दो दिवसीय कृषि मेले में इसे प्रदर्शित किया गया था। अब इन उत्पादों को एचएयू के ई-मार्ट पर लाने की तैयारी चल रही है।
मटर को अधिक समय तक संरक्षित रखने के लिए फ्रिज व एक विशेष प्रक्रिया की आवश्यकता होती है। मगर एचएयू के युवा शोधार्थी मटर को निर्जलित (डीहाइड्रेट) बनाकर अधिक समय तक रख रहे हैं। जिससे कि इसे अधिक दिनों तक प्रयोग किया जा सके। इसके साथ ही इसके स्वाद में भी अधिक परिवर्तन नहीं आता। इसका प्रयोग करना हो तो उबालकर आसानी से कर सकते हैं। इस तरह से मटर में किसी प्रकार के केमिकल आदि के प्रयोग करने की आवश्यकता नहीं है। इसके साथ ही इस मटर के लिए कोई विशेष तापमान भी नहीं चाहिए।