जलवायु परिवर्तन की मार के अलावा देसी और विदेशी बाजारों में दार्जीलिंग चाय की खपत भी घटी है । जानकारों का कहना है कि हालात तब से और भी खराब हुए हैं जब से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुआ है । सन 2022 में इन दोनों देशों …
Read More »डेयरी कारोबार : बारिश से पशुपालकों के सामने सूखे चारे का संकट
चारे पर ही डेयरी मालिकों और उनके मवेशियों का गुजारा चलता है लेकिन बारिश ने सूखे चारे को भी बर्बाद कर दिया है | यहां तक कि भूसा भी नहीं बचा जिसे किसान अपने मवेशियों को खिला सकें | सूखे चारे का भाव 550 रुपये से 800 रुपये क्विंटल तक …
Read More »लाल मूली बोने से किसान की लागत कम , मुनाफा अधिक
लाल मूली की खेती के लिए जरूरत होती है बलुई दोमट मिट्टी की | जिस मिट्टी में पानी ना रुकता हो | बुआई से पहले खेत को 2-3 बार जोत कर मिट्टी को अच्छे से भुरभुरा कर लेना चाहिए | अगर आप मेड़ बनाकर मूली की खेती करते हैं तो …
Read More »लाल मूली बोने से किसान की लागत कम , मुनाफा अधिक
लाल मूली की खेती के लिए जरूरत होती है बलुई दोमट मिट्टी की | जिस मिट्टी में पानी ना रुकता हो | बुआई से पहले खेत को 2-3 बार जोत कर मिट्टी को अच्छे से भुरभुरा कर लेना चाहिए | अगर आप मेड़ बनाकर मूली की खेती करते हैं तो …
Read More »कीटनाशकों पर प्रतिबंध के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केन्द्र-सरकार से पूछा-‘ तीन पर ही रोक क्यों?’
सर्वोच्च न्यायालय में ऐसी कई याचिकाएं दाखिल हैं, जिनमें 100 से भी ज्यादा कीटनाशकों को प्रतिबंधित करने की मांग की गई है। इन याचिकाओं में तर्क दिया है कि ऐसे कीटनाशक पश्चिमी देशों में बैन हैं, क्योंकि यह किसानों, श्रमिकों, और विशेष तौर पर बच्चों की सेहत को खराब कर …
Read More »अब मक्का की पैदावार को बढ़ावा देकर एथेनॉल का लक्ष्य आसान बनाने पर ध्यान
अब 20% एथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए चीनी और अनाज क्षेत्रों के विस्तार की सीमित गुंजाइश को देखते हुए केंद्र सरकार मक्का उत्पादन के लिए प्रोत्साहन की योजना बना रही है। केंद्र सरकार ने वित्तीय वर्ष 25 तक ईंधन में 20% एथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य रखा …
Read More »बुन्देलखण्ड : हरे-भरे, फलदार पेड़ाें से इश्क का बेजोड़ नमूना है बुन्देलखण्ड का ‘नेम्फ गार्डन’
राष्ट्रीय विभूतियों की स्मृतियों, पर्यावरण संरक्षण, जैविक खेती की एक अनोखी पहल राजापुरराजापुर ( छतरपुर ) विश्व की सबसे बड़ी ज्वलंत समस्या ” पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन नियंत्रण है जिसका एक साधारण का समाधान वृक्षारोपण है जिसमें देश का प्रत्येक नागरिक योगदान दे सकता है ।वृक्षारोपण को बढ़ावा देने …
Read More »गन्ना : निरोग फसल और कम लागत वाली खासियत के साथ तीन नई किस्में
गन्ना किसान की सालाना कमाई कई चीजों पर निर्भर करती है। जैसे जमीन की उत्पादकता, मार्केट डिमांड आदि। साथ ही गन्ना किसान की कमाई उसके क्षेत्र पर भी निर्भर करती है। सामान्य तौर पर गन्ने की खेती में 70 से 80 टन प्रति हेक्टेयर पैदावार होती है। एक अरसे से …
Read More »मौसम की बेरुख़ी से आम ज़मीन पर और दाम आसमान पर होने की उम्मीद
आम उत्पादक किसान इस बार आम के महंगा होने का अनुमान जता रहे हैं | उत्तर प्रदेश के मेरठ, सहारनपुर, अमरोहा, लखनऊ, सीतापुर, लखीमपुर और वाराणसी के क्षेत्र में आम की फसल को बारिश और ओलावृष्टि से काफी नुकसान पहुंचा है | इस नुकसान के चलते आम की फसल अब …
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