हरियाणा में मूंगफली की खेती, राजस्थान की सीमा के नज़दीक के जिलों में होती है| इस बार सूबे के मूंगफली उत्पादक तीन जिलों में समर्थन मूल्य पर उपज खरीद की घोषणा की गई है| पहली नवम्बर से मूंगफली खरीद-केन्द्र खोले जायेंगे|
हरियाणा में 1 नवंबर से मूंगफली की खरीद शुरू होगी. इसके लिए फतेहाबाद, हिसार और सिरसा जिलों में 7 मंडियों की व्यवस्थाकी गई है| मूंगफली की खरीद एमएसपी पर की जाएगी और इस बार मूंगफली के लिए 5850 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी तय किया गया है|
हरियाणा सरकार ने पहले दावा किया था कि एमएसपी पर बेची जाने वाली फसलों का भुगतान 72 घंटे के भीतर होगा| लेकिन, बाद में इसे और कम किया गया| सरकार ने अधिकारियों से कहा है कि किसानों को भुगतान करने में देरी नहीं होनी चाहिए| फसल बिकने के सिर्फ 48 घंटे के अंदर पेमेंट उनके बैंक अकाउंट में होना चाहिए|
जिन किसानों को तकनीकी कारणों से भुगतान नहीं हो पाए उनको एसएमएस के माध्यम से सूचित किया जाए| ताकि खामियों को दूर कर उन्हें तुरंत भुगतान किया जा सके. समय पर भुगतान न होने पर पिछले साल सरकार ने किसानों को ब्याज सहित पैसा दिया था|
प्रदेश के राजस्थान के साथ लगते क्षेत्र में प्रतिवर्ष मूंगफली और तिल की खेती औसतन 5000 एकड़ और 7000 एकड़ में की जाती रही है। मूंगफली की औसत पैदावार 9 से 10 क्विटल तथा तिल की औसत पैदावार 3 से 4 क्विटल प्रति एकड़ तक है।