कृषि एवं किसान विभाग की और से वर्ष 2024-2025 में गन्ने की नोटिफाइड सिफारिश की गई किस्मों की बिजाई करने पर पांच हजार रुपये प्रति एकड़ अनुदान मिलेगा। इसके अलावा खेती की चौड़ी पंक्ति, रिक्त विधि में तीन हजार रुपये प्रति एकड़ और बुआई की सिंगल बड चीप विधि को बढ़ावा देने के लिए तीन हजार रुपये प्रति एकड़ अनुदान दिया जाएगा।
सहायक गन्ना विकास अधिकारी डॉ. प्रवीण जोशी ने बताया कि कृषि को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा किसानों के हित में अनेक योजनाएं चलाई है। गन्ना विभाग द्वारा गन्ना तकनीकी परियोजना के तहत गन्ने की उन्नत किस्मों को बढ़ावा देने के लिए किसानों को वैरायटी सीओ-15023 में पांच हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से प्रदर्शन प्लांट लगाने के लिए किसानों को अनुदान राशि प्रदान की जानी है।
इसी प्रकार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन गन्ना के तहत कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा वर्ष 2024-25 में गन्ने की नोटिफाइड सिफारिश की गई किस्मों की बिजाई करते हुए गन्ने के साथ अन्य फसल में प्रदर्शन प्लांट लगाने हेतु 3200 रुपये प्रति एकड़ की दर से अनुदान राशि प्रदान की जानी है।
इन विधियों के प्रदर्शन-प्लांट लगाने के लिए इच्छुक किसान मेरा फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर गन्ने के खेत का पंजीकरण करवाने उपरांत वेबसाइट www.agriharyan.gov.in 31 दिसंबर तक आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि योजना की विस्तृत जानकारी के लिए किसान सहायक गन्ना विकास अधिकारी एवं कृषि विकास अधिकारी से संपर्क किया जा सकता है।
राज्य सरकार के कृषि विभाग ने गन्ने की नई किस्म सीओ-15023 को बढ़ावा देने का फैसला लिया गया है।गन्ने की किस्म सीओ-238 में लगने वाली रेड रोट जैसी बीमारियों से किसानों को राहत देने के लिए कृषि विभाग ने यह फैसला लिया है। दैनिक ट्रिब्यून में प्रकाशित खबर के अनुसार, हरियाणा में पिछले वर्ष गन्ने की खेती 3.50 लाख एकड़ में हुई थी, जबकि इस वर्ष यह घटकर 2.96 लाख एकड़ रह गई है, जो लगभग 15% की कमी है। कई किसानों ने बीमारियों के चलते गन्ने की पैदावार बंद कर दी है, जिससे चीनी उत्पादन प्रभावित हुआ है। सरकार के इस फैसले किसानों को बड़ी राहत मिल सकती है।