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उत्तराखंड : नए पेराई सत्र के लिए सरकार ने बढ़ाया गन्ना मूल्य, अब हुआ यूपी से पांच रुपये ज्यादा

उत्तराखंड में बीते गन्ना पेराई सीजन में गन्ना किसानों को बढ़ा हुआ दाम नहीं मिला था। सूबे की धामी- सरकार ने मौजूदा पेराई सत्र से बींस रुपए प्रति क्विंटल गन्ना मूल्य देना तय किया है। गन्ने को चीनी मिल गेट पर पहुंचाने पर किसानों को अगेती प्रजाति के 375 और सामान्य प्रजाति के 365 प्रति क्विंटल भुगतान किया जाएगा।

उत्तराखंड-सरकार ने पेराई सत्र 2024-25 के लिए गन्ना मूल्य में 20 रुपये की बढ़ोतरी की है। उत्तराखंड में गन्ने का मूल्य उत्तर प्रदेश से पांच रुपये अधिक है। अगेती प्रजाति के 375 रुपये और सामान्य प्रजाति के 365 रुपये प्रति क्विंटल मूल्य तय किया गया। गन्ने का रेट बढ़ने से दो लाख से अधिक किसानों को लाभ मिलेगा।

पिछले साल प्रदेश सरकार ने गन्ना मूल्य नहीं बढ़ाया था। इस बार किसान गन्ने का मूल्य बढ़ाने की मांग कर रहे थे। पेराई सत्र 2023-24 के लिए गन्ने का मूल्य 20 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया। गन्ने को चीनी मिल गेट पर पहुंचाने पर किसानों को अगेती प्रजाति के 375 और सामान्य प्रजाति के 365 प्रति क्विंटल भुगतान किया जाएगा।

पिछले पेराई सत्र की भांति इस बार भी गन्ना विकास अंशदान (कमीशन) की दर 5.50 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया। इससे गन्ना विकास समिति के कार्मिकों के वेतन व अन्य देय भुगतान के लिए 1.36 करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदेश सरकार की ओर से देने का निर्णय लिया गया।

उत्तराखंड के गन्ना एवं चीनी विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने बताया कि उत्तर प्रदेश की तर्ज पर प्रदेश में गन्ने का मूल्य 20 रुपये बढ़ाया गया। इसके बावजूद भी उत्तराखंड में गन्ने का मूल्य यूपी से पांच रुपये अधिक है।

मिली जानकारी के अनुसार चालू पेराई सत्र में अब तक सहकारी व निजी चीनी मिलों के माध्यम से किसानों को गन्ने का 518 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। बाजपुर चीनी में 12.93 करोड़, नादेही में 30.85 करोड़, किच्छा में 35.94 करोड़, डोईवाला में 30.65 करोड़ का भुगतान अब तक किया गया।

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