किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना लागू की है| राज्य सरकार का दावा है कि इस योजना से प्रदेश के लगभग 7 लाख 50 हजार किसानों का बिजली बिल शून्य हो गया है| यानि इन किसानों को मुफ्त बिजली मिल रही है| राज्य सरकार ने 17 जुलाई, 2021 को इस योजना की शुरूआत की और इसका लाभ बिलिंग माह मई, 2021 से दिया गया|
ऊर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव भास्कर ए सावंत ने बताया कि योजना में अगस्त 2022 तक प्रदेश के लगभग 12 लाख 75 हजार कृषि उपभोक्ताओं को 1324 करोड़ 47 लाख रुपये से अधिक का अतिरिक्त अनुदान बिजली बिलों में प्रदान किया जा चुका है| इस अवधि के दौरान लगभग 7 लाख 48 हजार 899 कृषि उपभोक्ताओं को शून्य राशि के बिजली बिल जारी हुए हैं. इस योजना के माध्यम से ग्रामीण कृषि उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिल रही है|
ऊर्जा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी का कहना है कि मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें बिजली के खर्च से चिंता मुक्त करने की ओर एक बड़ी पहल है| उन्होंने बताया कि योजना का लाभ सामान्य श्रेणी ग्रामीण मीटर एवं फ्लैट रेट श्रेणी के सभी कृषि उपभोक्ताओं को दिया जा रहा है|
श्री भाटी ने बताया कि योजना के तहत कृषि उपभोक्ताओं को कृषि बिजली बिल में प्रतिमाह एक हजार रुपए और अधिकतम 12 हजार रुपए प्रति वर्ष का अतिरिक्त अनुदान दिया जा रहा है| यह अनुदान बिजली बिल में समायोजन के माध्यम से दिया जा रहा है| किसी माह में बिल राशि एक हजार रुपये से कम होने पर अनुदान की शेष राशि का लाभ उसी वित्तीय वर्ष के आगामी माह में समायोजित किया जा रहा है, ताकि छूट का पूरा लाभ किसान को मिले| सरकार की इस योजना से प्रदेश में लघु एवं मध्यम वर्ग के किसानों के लिए कृषि बिजली लगभग फ्री हो गया है|