जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव की घोषणा हो चुकी है। सूत्रों के अनुसार जम्मू कश्मीर में रालोद की नजर उन सीटों पर है। जहां ओबीसी और पिछड़े वर्ग के मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। साथ ही पार्टी मुस्लिम वोट बैंक में भी सेंध लगाने की तैयारी कर रही है। जयंत चौधरी की पार्टी रालोद के महासचिव त्रिलोक त्यागी ने बताया कि जम्मू कश्मीर में हमारी पार्टी का किसी के साथ कोई गठबंधन नहीं है। हमारी पार्टी भाजपा से अलग होकर विधानसभा चुनाव में उतरेगी। अब जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय लोकदल की एंट्री के बाद चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है।
दरअसल, केंद्र सरकार में मंत्री जयंत चौधरी ने लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन किया था। इसी के तहत केंद्र की एनडीए सरकार में बतौर सहयोगी जयंत चौधरी को मंत्री पद भी मिला है, लेकिन अब रालोद बीजेपी को झटका देने की तैयारी कर चुकी है। इसी के तहत जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनाव में रालोद बीजेपी ने अपनी राहें अलग कर रही ही है। इसके लिए रालोद के महासचिव त्रिलोक त्यागी ने 23 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है। इसमें स्वयं पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी, उत्तर प्रदेश में रालोद के मौजूदा दोनों सांसद चंदन चौहान और राजकुमार सांगवान के साथ छपरौली सीट से विधायक को भी शामिल किया गया है।
मिली जानकारी अनुसार लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा का साथ निभाने वाली रालोद ने विधानसभा चुनावों से ठीक पहले भाजपा को झटका दिया है। इसके लिए जयंत चौधरी ने पूरी रणनीति भी तैयार कर ली है। जयंत चौधरी की पार्टी रालोद ने 23 स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर इसका ऐलान भी कर दिया है। इसके तहत जम्मू-कश्मीर में रालोद 15-20 सीटों पर अलग चुनाव लड़ने जा रही है। अगर ऐसा संभव होता है तो जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव बड़ा दिलचस्प होने वाला है।