प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गन्ने की चार ऐसी किस्मों को जारी किया, जो किसी भी जलवायु में किसानों को ज्यादा पैदावार देने वाली हैं। नई गन्ना किस्मों को किसानों को जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है और इनसे कृषि उत्पादकता को काफ़ी फ़ायदा होने की उम्मीद है। लॉन्च के अवसर पर बोलते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने फसल की पैदावार बढ़ाने और बदलती पर्यावरणीय परिस्थितियों के अनुकूल ढलने में किसानों की सहायता करने में इन किस्मों के महत्व पर प्रकाश डाला।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने बीते दिनों 109 ज्यादा पैदावार वाली खेतों और बागों की किस्मों को जारी किया था। गन्ना करण 17 Co 17018: हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी और मध्य उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड के लिए अनुशंसित, 914.8 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की उपज क्षमता के साथ।
गन्ना IKHSU-16 CoLk 16202: पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य और उत्तर प्रदेश के लिए अनुशंसित सिंचित परिस्थितियों के लिए उपयुक्त, 932 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की उपज क्षमता के साथ।
गन्ना IKHSU-17 CoLk 16470: उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम, बंगाल और असम के लिए अनुशंसित सिंचित परिस्थितियों के लिए उपयुक्त, 825.0 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की उपज क्षमता के साथ।
गन्ना CoPb 99 CoPb 17215: पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के लिए अनुशंसित।
नयी किस्मों को जारी करते हुए प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि नई गन्ना किस्मों को किसानों को जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने में मदद करने के लिए तैयार किया गया है और इनसे कृषि उत्पादकता को काफ़ी फ़ायदा होने की उम्मीद है। इस अवसर पर बोलते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने फसल की पैदावार बढ़ाने और बदलती पर्यावरणीय परिस्थितियों के अनुकूल ढलने में किसानों की सहायता करने में इन किस्मों के महत्व पर प्रकाश डाला।