उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा आलू पैदा होता है| आगरा मंडल आलू की बंपर पैदावार करने वाला इलाका है| आलू की नयी व ज्यादा पैदावार करने वाली किस्मों के बीज के लिए कृषि विभाग भी किसानों को उन्नत बीज मुहैया कराने में मददगार होता है|
आलू की फसल किसानों के लिए लाभ की फसल मानी जाती है। इसके चलते धीरे-धीरे जिले में भी आलू की फसल का क्षेत्रफल बढ़ रहा है। उत्पादन भी अच्छा हो रहा है तो किसान आलू की फसल में रुचि दिखा रहे हैं। उत्पादन को और बढ़ाने और आलू की प्रजाति को सुधारने के लिए उद्यान विभाग किसानों को नया बीज उपलब्ध कराएगा।
आलू का बीज आधारीय व प्रमाणित दो श्रेणियों में उपलब्ध कराया जाएगा। जिन प्रजातियों का आलू का बीज शासन द्वारा उद्यान विभाग को उपलब्ध कराया जाएगा उनके नाम जारी कर दिए गए हैं। हालांकि आलू के बीज की कीमतें और आवंटन फिलहाल शासन ने नहीं जारी किए हैं।
शासन की मंशा है कि किसान जब नए आलू का बीज बाएंगे तो उत्पादन बढ़ेगा। साथ ही अन्य किसानों को उसका बीज मिलने से प्रजाति में भी सुधार होगा। शासन के आदेश के बाद उद्यान विभाग ने किसानों से आवेदन करने के लिए अपील की है। पहले आने वाले किसानों को पहले आलू का बीज मिल सकेगा।
उद्यान विभाग द्वारा कुल 14 प्रजातियों का आधारीय और प्रमाणित आलू का बीज उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें कुफरी बहार, कुफरी चिप्सोना-1, कुफरी चिप्सोना-3, कुफरी पुखराज, कुफरी सिंदूरी, कुफरी ललित, कुफरी बादशाह, कुफरी आनंद, कुफरी सूर्या, कुफरी गरिमा, कुफरी मोहन, कुफरी फ्राइसोना, कुफरी गौरव एवं कुफरी ख्याति प्रजातियों का आलू का बीज शामिल है।
आलू के नए बीज के लिए किसानों को जिला उद्यान अधिकारी कार्यालय में किसान संपर्क कर सकते हैं। वे सहायक उद्यान निरीक्षक/आलू बीज प्रभारी श्याम सिंह यादव के पास भी अपना आवेदन उपलब्ध करा सकते हैं। आवेदन के लिए किसानों को आधार कार्ड, फोटो, बैंक पासबुक और फर्द की प्रतिलिप उपलब्ध करानी होगी।
जिला उद्यान अधिकारी के अनूप कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि शासन द्वारा नया आलू का बीज उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए किसान कार्यालय आकर अपना अग्रिम पंजीकरण करा सकते हैं। प्रजातियों के नाम शासन ने जारी कर दिए हैं। बीज का आवंटन और कीमत जारी होने पर किसानों को सूचित कर दिया जाएगा।