चालू फसल में कुल 11.22 करोड़ टन गेहूं की पैदावार का अनुमान है। चालू सीजन में गेहूं बोआई का रकबा भी बढ़ा है। पिछले फसल वर्ष के इसी सीजन में खेतों में खड़ी गेहूं की फसल पर अनपेक्षित गर्म हवाओं के चल जाने से फसल की उत्पादकता घट गई थी।
फरवरी के दूसरे सप्ताह में ही तापमान बहुत अधिक हो गया है। इससे गेहूं की फसल की उत्पादकता के प्रभावित होने का गंभीर खतरा पैदा हो गया है जो किसानों और सरकार के लिए चिंता का विषय बन गया है।
बढ़ते तापमान की वजह से गेहूं की फसल पर मंडरा रहे खतरे की निगरानी के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है।’ उन्होंने कहा कि कृषि मंत्रालय की गठित कमेटी किसानों को जल्दी से जल्दी ही सूक्ष्म सिंचाई करने की सलाह देगी।
कृषि मंत्रालय की गठित कमेटी किसानों को जल्दी से जल्दी ही सूक्ष्म सिंचाई करने की सलाह देगी। कृषि सचिव आहूजा ने बताया कि कमेटी की अध्यक्षता कृषि आयुक्त डॉक्टर प्रवीण कुमार करेंगे। जबकि कमेटी के अन्य सदस्यों में करनाल स्थित गेहूं अऩुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों के साथ सभी गेहूं उत्पादक राज्यों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।