कैथल की सहकारी चीनी मिल प्रबंधन ने पेराई सत्र 2021-22 के दौरान खरीदे गए सारे गन्ने का पूरा भुगतान किसानों के बैंक खातों में कर दिया हैं। मिल ने 38.94 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की थी। उसका पूरा भुगतान 14069.45 लाख रुपये मिल ने सबसे पहले करके राज्य की सभी मिलों में प्रथम स्थान हासिल किया है। हरियाणा के किसान संगठनों ने इस कदम को स्वागत योग्य कहा है|
उन्होंने बताया कि मिल ने गत पेराई सत्र 12 नवंबर 2021 से एक मई 2022 तक 170 दिनों में 38.94 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई कर 8.85 प्रतिशत की चीनी रिकवरी दर से तीन लाख 45 हजार 875 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है|
मिल के प्रबंध निदेशक वीरेंद्र चौधरी ने इस सफलता के लिए मिल प्रबंधन, अधिकारियों, कर्मचारियों व क्षेत्र के गन्ना उत्पादक किसानों को बधाई दी। उन्होंने बताया कि पेराई सत्र 2022-23 के लिए गन्ने के सर्वे का कार्य मिल ने पूरा कर लिया है।
इस वर्ष गन्ने का क्षेत्रफल 17268.75 एकड़ है। इसमें से 11633.5 एकड़ मुढ़ा व 5635.25 एकड़ नया गन्ना है। इस क्षेत्रफल में अगेती किस्म का 86.78 प्रतिशत व पछेती किस्म का 13.22 प्रतिशत गन्ना है, जबकि पिछले वर्ष गन्ने का कुल क्षेत्रफल 18,593 एकड़ था। मिल ने पिछले वर्ष की भांति जी.पी.एस. प्रणाली आधारित सर्वे किया है।