सेब की महंगी पैकिंग सामग्री तथा सरकारी दावों को लेकर आज पूरे हिमाचल प्रदेश में सेब उत्पादक किसानों ने सड़कों पर जोरदार प्रदर्शन किया |प्रदर्शनकारी पैकिंग मैटेरियल पर जीएसटी दरें बढ़ाए जाने को लेकर आक्रोश व्यक्त कर रहे थे | बड़ी तादाद में लोगों ने प्रदर्शन करते हुए अपनी नाराजगी जताई |
इस मौके पर सभी संगठनो के साझा मंच कीओर से अध्यक्ष सोहन ठाकुर ने आगामी 5 अगस्त को शिमला के सचिवालय का घेराव करने की घोषणा भी की| सेब उत्पादकों ने कहा है कि अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो संघर्ष जारी रहेगा|
सेब कार्टन, ट्रे, खाद और स्प्रे आदि में इस्तेमाल होने वाली दवाओं की कीमतों में वृद्धि पर राजीव गांधी पंचायती राज संगठन गुस्से हो
में है । संगठन के प्रदेश महामंत्री डॉ. विजय चौहान के नेतृत्व में नेरवा सब्जी मंडी में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया, जिसमे सरकार के खिलाफ खूब नारेबाजी की गई। डॉ. विजय चौहान ने आरोप लगाया कि पांच सौ तीस रुपए में मिलने वाले ट्रे के एक बंडल के दाम 890 रुपये तक पंहुच गए है।
इसी तरह खाद और स्प्रे में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों के दामों में भी बेतहाशा वृद्धि से बागवान अपने को ठगा महसूस कर रहे है। 2017 में 624 रुपये में मिलने वाले पोटाश खाद के एक बैग की कीमत करीब तीन गुना बढ़ कर 1850 रुपये तक पंहुच गई है । इसी तरह कैल्शियम नाइट्रेट की कीमत नौ सौ रुपये से दोगुनी हो हर 1790 रुपये तक पंहुच चुकी है।
बागबानों और किसानों की समस्या को लेकर आम आदमी पार्टी ने 11 जिलों के डीसी, एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
सेब के पैकेजिंग मैटीरियल के दामों में वृद्धि को लेकर चल रहे बागबानों के आंदोलन का आम आदमी पार्टी ने पूरा समर्थन किया है। आप के प्रदेशाध्यक्ष सुरजीत ठाकुर ने सोलन में डीसी को ज्ञापन सौंपा। सुरजीत ठाकुर ने कहा कि जयराम सरकार ने एक रुपए एमएसपी बढ़ाकर हिमाचल के बागबानों के साथ मजाक किया है। प्रदेश सरकार को बागबान विरोधी करार देते हुए मुख्यमंत्री से सवालों के जवाब मांगे हैं।