मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य में जायद मूंग तथा उड़द की खरीदी के लिए केंद्र सरकार के लिए प्रस्ताव भेजा था, जिसे केंद्र सरकार ने मंजूर कर लिया है। केंद्र सरकार ने मध्य प्रदेश में मूंग तथा उड़द की खरीदी का लक्ष्य जारी कर दिया है। प्रदेश में वर्ष 2022-23 में 4 लाख 03 हजार मीट्रिक टन मूंग और 27 हजार टन उड़द के प्रस्तावित उपार्जन से संबंधित प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया था। जिसमें केंद्र सरकार ने मूंग के लिए 2 लाख 25 हजार 525 मीट्रिक टन और उड़द के लिए 21 हजार 400 मीट्रिक टन का उपार्जन लक्ष्य दिया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में हो रही मूंग एवं उड़द की खेती एवं उसकी खरीद को लेकर समीक्षा बैठक की। इसमें मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश में उपार्जित मूंग तथा उड़द के उपयोग के संबंध में भी जानकारी ली। साथ ही प्रदेश में खरीफ सीजन की भी जानकारी ली।
मध्य प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार को राज्य के किसानों से मूंग एवं उड़द की उपज खरीदी के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था जो मंजूर कर लिया गया है। अब राज्य में उसके अनुसार मूंग और उड़द की खरीद की जा सकेगी। इस बार मध्य प्रदेश में किसानों ने जायद मूंग और उड़द की बुवाई की है।
मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले की प्रदेश के कुल क्षेत्रफल 18.36 प्रतिशत एवं उत्पादन में लगभग 21.40 प्रतिशत हिस्सेदारी है। जिले के दलहन फसलों के 50 प्रतिशत क्षेत्रफल में उड़द की खेती होती है। और कुल उत्पादन में उड़द का 33.46 प्रतिशत योगदान है। मनुष्य के दैनिक जीवन मे प्रोटीन का विशेष महत्व है। शाकाहारी भोजन में प्रोटीन प्राप्ति का सबसे सरल स्त्रोत दलहनी फसले हैं।
इस साल मध्य प्रदेश में पांच लाख टन से अधिक ग्रीष्मकालीन मूंग उत्पादन हुआ है। सूत्रों के अनुसार मध्य प्रदेश सरकार जल्द ही राज्य में किसानों का पंजीकरण और फिर मूंग खरीदी शुरू कर सकती है। इसके चलते सोमवार को मंडी में मूंग की आवक बेहद कमजोर रही, जबकि नीचे दामों की वजह से मिलों की पूछपरख भी अच्छी रहने से सोमवार को मूंग में करीब 200 रुपये उछल गए।
पिछले वर्ष सरकारी रिकार्ड में 9 अरब 40 करोड़ की मूंग खरीदी हुई थी। 80 हजार 612 किसानों ने मूंग की फसल लगाई थी उससे पूर्व 2020 में 1 लाख 82 हजार 200 हेक्टेयर क्षेत्र में मूंग की फसल ली गई थी। जो बारिश जल्दी आने के कारण कई किसानों की मूंग खराब हो गई थी।