गांवों में प्राथमिक पाठशालाओं में बारात ठहराने व अन्य आयोजनों को देखते हुए योगी-सरकार ने उत्तर प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों मे बारात घर तथा अंतिम संस्कार स्थल बनवाने का प्रस्ताव किया है| इससे ग्रामीण इलाकों में लगातार कम होते सार्वजनिक स्थान को देखते हुए स्वागत योग्य प्रस्ताव बताया जा रहा है|
प्रत्येक बारात घर की लागत 30 लाख रुपये और अंत्येष्टि स्थल की लागत 24 लाख 36 हजार रुपये आंकलित की गई है| इस तरह 58,189 ग्राम पंचायतों में बारात घर बनाने में 17,456.70 करोड़ और अंत्येष्टि स्थल बनाने में 14174.84 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च होगी|
प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रत्येक बारात घर की लागत 30 लाख रुपये और अंत्येष्टि स्थल की लागत 24 लाख 36 हजार रुपये आंकलित की गई है| इस तरह 58,189 ग्राम पंचायतों में बारात घर बनाने में 17,456.70 करोड़ और अंत्येष्टि स्थल बनाने में 14174.84 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च होगी| उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि बारात घर और अंत्येष्टि स्थल तक सुगमता से पहुंचने के लिए मार्ग बनाने की भी व्यवस्था की जाएगी| वहां पर सामुदायिक शौचालय बनवाने और प्रकाश की भी व्यवस्था करने की योजना बनाई गई है. सुविधाओं का भी विकास किया जाएगा|
उत्तर प्रदेश की सभी 58,189 ग्राम पंचायतों में बारात घर और अंत्येष्टि स्थल बनाने की तैयारी की जा रही है| इसका मसौदा तैयार कर लिया गया है| इसका प्रस्ताव बनाकर वित्त विभाग को भेज दिया गया है|
ग्राम पंचायत की ओर से प्रस्ताव पारित कर बारात घर के लिए उसे एसडीएम के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। विधायक निधि से सोलर लाइट या फिर ट्रांसफार्मर की व्यवस्था की जाएगी। इन पर स्पष्ट रूप से विधायक निधि पोषित होने का विवरण लिखा जाएगा। शासन की ओर से डीएम और सीडीओ को पत्र भेजकर निर्देशित किया गया है कि विधान मंडल के सदस्यों की ओर से बारात घर के प्रस्ताव को नियमानुसार तत्काल स्वीकृति प्रदान की जाए।