किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार और विभाग की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। बागवानी विभाग की ओर से नर्सरी लगाने के प्रति भी किसानों को प्रेरित किया जा रहा है। जिले में किसानों को रुझान अब नर्सरी की ओर भी होने लगा है। जिसके सकारात्क परिणाम देखे जा रहे हैं। अन्य किसानों को भी अपनी आमदनी बढ़ाने के प्रयास करने चाहिए।
बागवानी विभाग के अधिकारियों के मुताबिक रोहतक में किसानों ने बाग के साथ नर्सरियों पर भी जोर दिया है। जिनमें किसान खुद पौधे तैयार करते हैं। यहां खेतों में लगाई नर्सरी में तैयार किए गए पौधों की मांग रोहतक से बाहर भी बढ़ी है। यहां के जिन पौधों की मांग बढ़ी है उनमें अमरूद, नींबू, बेरी व आंवला सहित अनेक किस्मों के पौधे शामिल हैं। नर्सरी के लिए बागवानी विभाग भी किसानों को प्रोत्साहित कर रहा है।
नर्सरी लगाने से किसानों का अच्छा फायदा हो सकता है। किसानों की मानें तो प्रति एकड़ तीन से चार लाख की आमदनी भी किसानों को हो सकती है। उधर, विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जमीनी पानी अच्छा होने व मिट्टी की गुणवत्ता अच्छी होने पर नर्सरी लगाकर किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
हरियाणा के गुरुग्राम में कर्मा लेक लैंड में एक नर्सरी बनने जा रही है। इस जगह का चुनाव इसलिए किया गया है क्यों कि यहाँ पर सुरक्षा व पानी की उचित व्यवस्था है| हरियाणा का राजकीय वृक्ष पीपल है जिससे भारी मात्रा में लोगों के जुडनें की उम्मीद भी है। इसमें स्कूल, कालेज, सेना, खिलाड़ी आदि सबकी भागीदारी की योजना बनाई गई है।