इस बार खराब मौसम किसानों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। अपनी उपज बेचने के लिए राज्य खाद्य आपूर्ति निगम की वेबसाइट पर 1,400 किसानों ने पंजीकरण कराया है।
इनमें 1,343 किसानों की पड़ताल हो चुकी है और 1,151 के टोकन जारी किये गये। अब तक 810 किसानों ने सरकार को 2,864 मीट्रिक टन उपज बेची। इसकी एवज में किसानों के बैंक खातों में 6.08 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।
10 अप्रैल से सूबे की 10 मंडियों में गेहूं की खरीद शुरू की गई थी। शुरुआती दौर में बेहद कम संख्या में किसान मंडियों में पहुंंचे। मई में रफ्तार तो बढ़ी लेकिन खराब मौसम से किसानों को मायूसी हाथ लगी। पिछले दो हफ्ते से मंडियों में कम किसान उपज लेकर पहुंच रहे हैं। सिरमौर जिले के पांवटा इलाके में कई व्यापारियों ने भी हाथों-हाथ किसानों से गेहूं खरीदा, जो एमएसपी (2,125 रुपये प्रति क्विंटल) से 100 से 150 रुपये ज्यादा रहा।