लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को हरियाणा में बड़ा झटका लगा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने सोमवार (8 अप्रैल) को बीजेपी से इस्तीफा दे दिया। अब सिंह मंगलवार (9 अप्रैल) को दोपहर 12 बजे कांग्रेस में शामिल होंगे। इससे पहले 10 मार्च को बीरेंद्र सिंह के बेटे और हिसार से सांसद बृजेंद्र सिंह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। कांग्रेस उन्हें हिसार से ही लोकसभा का टिकट दे सकती है।
बीरेंद्र सिंह ने पिछले दिनों दावा किया था कि उनके साथ कुछ विधायक भी कांग्रेस में शामिल होंगे। इस खबर को खुद बीरेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया है।
बीरेंद्र सिंह किसान नेता सर छोटू राम के परिवार से आते हैं। उनके पिता चौधरी नेकी राम भी बड़े नेताओं में शुमार रहे। उन्होंने करीब 42 साल तक कांग्रेस में रहने के बाद अगस्त 2014 में पार्टी से इस्तीफा दे दिया और बीजेपी में शामिल हो गए। इसके बाद उन्हें बीजेपी ने राज्यसभा भेजा और वो कैबिनेट मंत्री बने। बीरेंद्र सिंह हरियाणा में बड़े जाट नेताओं में शुमार हैं।
बीरेंद्र सिंह की पत्नी एवं पूर्व विधायक प्रेमलता ने भी भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। बेटे बृजेंद्र सिंह ने पहले ही भाजपा छोड़ कांग्रेस ज्वाइन कर ली है। बृजेंद्र सिंह 2019 में भाजपा की टिकट पर लोकसभा चुनाव जीते थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि मैंने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है और अपना इस्तीफा पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा को भेज दिया है। मेरी पत्नी प्रेम लता ने भी इस्तीफा दे दिया है। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि कल कांग्रेस का हाथ पकडूंगा।
बीरेंद्र सिंह की पहचान हरियाणा के बड़े जाट नेता के रूप में होती है। 10 साल पहले 2014 में उन्होंने कांग्रेस से अपना नाता तोड़ भाजपा ज्वाइन की थी। इसके बाद भाजपा ने उन्हें राज्यसभा भेजा और केंद्रीय इस्पात मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी थी। भाजपा छोड़ने से पहले बीरेंद्र सिंह कई बार हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मिल चुके थे।
गौरतलब है कि कद्दावर जाट नेता बीरेंद्र सिंह हरियाणा में भाजपा और जननायक जनता पार्टी (जजपा) के गठबंधन के खिलाफ थे। उन्होंने गठबंधन नहीं तोड़ने पर भाजपा छोड़ने की चेतावनी दी थी। मगर सबसे पहले बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह ने भाजपा को छोड़ दिया और इसकी वजह जजपा से गठबंधन को बताया। बृजेंद्र के इस्तीफे के कुछ दिन बाद ही भाजपा ने हरियाणा में जजपा से गठबंधन तोड़ दिया था।