गीला बुलबुला रोग लगने से मशरूम की 30 फीसदी फसल खराब हो गई है। हिमाचल, हरियाणा और महाराष्ट्र राज्य में गीला बुलबुला रोग से फसल को अधिक नुकसान हुआ है। यह रोग अधिक गर्मी और साफ-सफाई की उचित व्यवस्था न होने के कारण लगा है। इस रोग के कारण कई उत्पादकों की तो फसल पूरी तरह नष्ट हो चुकी है। मशरूम का आकार भी खराब हो गया है।
रोजाना देश के कई राज्यों से मशरूम उत्पादक खुंब निदेशालय सोलन से संपर्क कर रहे हैं। विशेषज्ञ भी बचाव सहित रोकथाम की जानकारी दे रहे हैं। जानकारी के अनुसार देश में 2.70 लाख मीट्रिक टन मशरूम का उत्पादन होता है। महाराष्ट्र मशरूम उत्पादन में पहले स्थान पर है। हिमाचल पांचवें स्थान पर है। हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, सहित अन्य राज्यों में भी मशरूम का उत्पादन किया जा रहा है। कई राज्यों से रोजाना इस रोग से निपटने के लिए किसानों के फोन, ईमेल समेत एसएमएस डीएमआर सोलन के विशेषज्ञों के पास पहुंच रहे हैं।
यह रोग अधिक गर्मी, तापमान या फिर मशरूम फार्म में साफ-सफाई की उचित व्यवस्था न होने, फार्म के अंदर उचित वेंटिलेशन और मशरूम खाद में बीज डालने के बाद की जाने वाली कैसिंग से भी होता है। यदि कैसिंग को अच्छी तरह से रोगमुुक्त न किया हो। इस रोग से निपटने के लिए सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। गीला बुलबुला रोग से संक्रमित मशरूम को उखाड़कर उसके स्थान पर चुटकी भर नमक डालना चाहिए।
खुंब अनुसंधान निदेशालय केंद्र सोलन के निदेशक डॉ. वीपी शर्मा ने कहा कि रोग से निपटने के लिए उत्पादकों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। केंद्र के विशेषज्ञ भी उत्पादकों को फोन, ईमेल, एसएमएस और ऑनलाइन वीडियो से जानकारी दे रहे हैं। गीला बुलबुला रोग की अधिक समस्या नए मशरूम ग्रोवरों को आ रही है। कई उत्पादकों की पूरी फसल इससे नष्ट हो चुकी है।
हिमाचल के अलावा हरियाणा, उत्तर प्रदेश , बिहार, उत्तराखण्ड जैसे राज्यों में मशरूम का उत्पादन होता है | बिहार में इस साल रिकार्ड मशरूम पैदा किया है | भारत मे दो टन मशरूम की पैदावार दर्ज की गई है |