लखीमपुर खीरी जिले में विधानसभा की 8 सीटें हैं| पिछले चुनाव में इन सभी आठों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने अपना परचम लहराया था|
इस बार तिकोनिया कांड और किसानों की भारी नाराजगी की वजह से भारतीय जनता पार्टी की रहा आसान नहीं है चीनी मिल पर बकाया और केंद्रीय मंत्री के बेटे द्वारा किसानों कुचलने के साथ सिर्फ 128 दिन में ही जमानत पर रिहा होने जैसे मुद्दे यहां के वोटरों की जुबान पर है सभी विधानसभा क्षेत्रों में मुद्दा तिकोनिया कांड ही है| अभी भी कई इलाके ऐसे हैं जहां भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार गांव के भीतर नहीं पहुंच सके |
लखीमपुर खीरी मे सभी विधानसभा क्षेत्रों में वोटरों के पास तिकोनिया कांड के अलावा महंगाई और क्षेत्र में विकास न होने का मुद्दा भी है| ये सवाल भारतीय भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों की रहा को मुश्किल बना रहे हैं , हालांकि पार्टी चुनाव में एड़ी चोटी का जोर लगाकर अपनी जीत पक्की करने का प्रयास कर रही है|
बार के विधानसभा चुनाव में पिछले रिकॉर्ड की परीक्षा होनी है। इस बार सभी दल अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं। लिहाजा लड़ाई दिलचस्प है। भाजपा ने आठ में से सात सीटों पर सिटिंग एमएलए को टिकट दिया है। आठवीं सीट (घौरहरा) से विधायक बाला प्रसाद अवस्थी सपा में चले गए तो उनकी जगह पर एक कार्यकर्ता विनोद अवस्थी को भाजपा ने मौका दिया है। खीरी में सियासत किस करवट जाएगी, इस पर सबकी नजर है।
इस चुनाव में भाजपा ने आठ में से सात सीटों पर अपने विधायकों के चेहरों पर ही दांव लगाया है। सपा ने इस बार चार पुराने और चार नए चेहरों के साथ चुनाव में ताल ठोंकी है। इसमें चार पूर्व विधायक हैं। बसपा भी आठों सीटों पर प्रत्याशी उतार चुकी है। हालांकि बसपाई खेमे में इस बार सपा और भाजपा के बागियों को भी जगह मिली है।
चौथे चरण में 23 फरवरी को आठ विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग है| इस दौरान 28 लाख दो हजार 835 मतदाता वोट डालेंगे| वहीं करीब 60,000 युवा वोटर्स भी प्रत्याशियों की किस्मत के फैसले में अहम भूमिका निभाएंगे| ये वो वोटर्स हैं जो पहली बार वोट डालेंगे|
वोट लिस्ट के विशेष पुनरीक्षण अभियान के तहत इस बार 58,485 नए मतदाता वोटर लिस्ट में शामिल हुए हैं| इन युवा वोटर्स का वोट विधानसभा चुनाव में काफी अहम होगा| जनवरी 2021 में जिले में 2694166 वोटर्स थे, जो इस चुनाव बढ़कर 28,02,835 हो गए हैं| इनमे 14,95089 पुरुष और 13,07,623 महिला वोटर्स शामिल हैं| वहीं 123 थर्ड जेंडर वोटर्स हैं|
एक जनवरी 2021 को लखीमपुर खीरी की आठ विधानसभा क्षेत्रों में कुल 82 थर्ड जेंडर वोटर्स थे| वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के बाद थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या बढ़कर 123 हो गई है| बता दें कि जिले में 60 हजार युवा मतदाता पहली बार वोट डालेंगे|
लखीमपुर खीरी में विधसनसभा की 2 सुरक्षित और 6 सामान्य सीटों पर मुकाबला होना है| लखीमपुर खीरी में विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी ने खास कदम उठाए हैं| डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने जिले की आठों विधानसभाओं को 24 जोन और 207 सेक्टर में बांट दिया है|
पलिया विधानसभा को चार जोन 23 सेक्टर, निघासन को तीन जोन 28 सेक्टर, गोला विधानसभा को तीन जोन 29 सेक्टर, श्रीनगर विधानसभा को तीन जोन 20 सेक्टर, धौरहरा विधानसभा को तीन जोन, 27 सेक्टर, लखीमपुर विधानसभा को तीन जोन 28 सेक्टर, कस्ता विधानसभा को तीन जोन, 21 सेक्टर और मोहम्मदी विधानसभा को दो जोन 31 सेक्टर में बांटा गया है. लखीमपुर खीरी की आठ विधानसभा सीटों में सबसे अधिक ज्यादा वोटर्स लखीमपुर खीरी सदर सीट पर है, जबकि कस्ता अनुसूचित जाति सीट पर सबसे कम मतदाता हैं|
लखीमपुर सदर सीट पर 213880 पुरुष और 192426 महिला और 9 थर्ड जेंडर यानी कुल 410473 वोटर्स हैं| वहीं कस्ता विधानसभा में सबसे कम 309332 वोटर्स हैं, जिनमें 164772 पुरुष और 144543 महिला और 17 थर्ड जेंडर मतदाता हैं|