ओडिशा की सत्ता से बेदखल नवीन पटनायक की बीजू जनता दल अब केंद्र में भाजपानीत एनडीए का मुद्दा आधारित समर्थन करने के बजाय जीवंत और मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएगी। राज्य में 24 साल बाद भाजपा के हाथों ही सत्ता गंवाने वाली बीजेडी पिछले 10 साल में संसद, खासकर राज्यसभा, में नाजुक मौकों पर सीधे या परोक्ष रूप से भाजपा सरकार का समर्थन करती रही है।
गौरतलब है कि लोकसभा में इस बार बीजद का खाता नहीं खुला है लेकिन राज्यसभा में उसके नौ सांसद हैं। पार्टी सुप्रीमो नवीन पटनायक ने सोमवार को पार्टी के राज्यसभा सांसदों के साथ बैठक कर उन्हें संसद सत्र के दौरान जीवंत और मजबूत विपक्ष के रूप में उभरने और राज्य हित के मुद्दे उठाने के निर्देश दिए।
राज्यसभा में पार्टी के नेता सस्मित पात्रा ने कहा कि हम केवल मुद्दों पर बोलने तक ही सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि ओडिशा के हितों की अनदेखी करने पर उग्र विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि ओडिशा को विशेष दर्जा देने, राज्य में खराब मोबाइल कनेक्टिविटी, बैंक शाखाओं की कमी और कोयला रॉयल्टी में संशोधन की मांग करेंगे। भाजपा सरकार को मुद्दा आधारित समर्थन देने के सवाल पर पात्रा ने कहा भाजपा को समर्थन का सवाल ही नहीं, केवल विरोध होगा।