पहले बरसात न होने, फिर बरसात और बाद में ओलावृष्टि और फिर मूसलाधार बरसात का सिलसिला। लगातार अपने कपड़े बदलने वाला हिमाचल प्रदेश का मौसम इस साल सेब उत्पादकों को तकलीफ़ दे रहा है। इन सभी कारणों से इस बार उम्मीद से कम सेब की पैदावार होने का अनुमान है। …
Read More »हिमाचल प्रदेश के दुर्गम इलाकों में ड्रोन से होगी सेब की पेटियों की ढुलाई
हिमाचल प्रदेश में कई ऐसे इलाके हैं जहां से सेब तो बहुताय में उगाये जाते हैं लेकिन इनकी मण्डी तक ढुलाई में समय और ख़र्च ज्यादा आता है।अब ड्रोन से ज्यादा सेब की ढुलाई होगी। पिछले साल 20 किलोग्राम की सेब की पेटी को लिफ्ट करने के सफल ट्रायल किया …
Read More »हिमाचल प्रदेश : नाराज़ सेब उत्पादक व बागवान 6 जुलाई को सड़कों पर उतरेंगे
हिमाचल प्रदेश के सेब उत्पादक 6 जुलाई को सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे। सेब उत्पादक संघ के आज शिमला में संपन्न अधिवेशन ने सेब उत्पादको ने यह निर्णय लिया। इस दिन सेब उत्पादक सभी ब्लाक में या तहसीलदार दफ्तर के बाहर 24 घंटे का धरना देंगे। बड़ी संख्या में …
Read More »हिमाचल प्रदेश के सात जिलों में जापानी व भारतीय फलों के 60 लाख पौधे रोपे जायेंगे
बीज से बाजार तक की संकल्पना पर आधारित एक परियोजना में सूबे में फलों की बड़ी मण्डी के रूप में विकसित किया जायेगा। यह परियोजना हिमाचल प्रदेश सरकार, केन्द्र सरकार और एशियन विकास बैंक के संयुक्त तत्वावधान में संचालित होगी। इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम -‘एचपी शिवा परियोजना’ के ऋण समझौते पर …
Read More »हिमाचल प्रदेश : खराब मौसम की वजह से 10 जून तक ही होगी गेहूं की सरकारी खरीद
इस बार खराब मौसम किसानों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। अपनी उपज बेचने के लिए राज्य खाद्य आपूर्ति निगम की वेबसाइट पर 1,400 किसानों ने पंजीकरण कराया है। इनमें 1,343 किसानों की पड़ताल हो चुकी है और 1,151 के टोकन जारी किये गये। अब तक 810 किसानों …
Read More »हिमाचल प्रदेश : अब कांगड़ा की चाय यूरोप में कहेगी- “गुड मार्निंग”
अपनी दिलकश महक के लिए मशहूर कांगड़ा की चाय को यूरोपीय संघ से जीआई टैग मिल गया है। इस चाय को यूरोप में पहुंचाने की ललक सभी को थी। ब्रिटिश काल के दौरान, कांगड़ा चाय का यूरोपीय बाजारों में निर्यात किया गया था और सुगंध और उच्च गुणवत्ता के कारण, …
Read More »हिमाचल प्रदेश : सेब पैकिंग में 24 किलो की शर्त का विरोध, आंदोलन की चेतावनी
सेब उत्पादक संघ के प्रदेशाध्यक्ष सोहन ठाकुर ने बताया कि सेब की पैकिंग अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से होनी चाहिए। प्रति पेटी 20 किलो से ज्यादा सेब भरने की इजाजत गलत है। इसके लिए सरकार को यूनिवर्सल कार्टन अनिवार्य करना होगा। बागवानों की बार-बार मांग के बावजूद इस मांग को …
Read More »हिमाचल और उत्तर प्रदेश में बंजर जमीन में पैदा बबूने के फूल खरीदने खेत तक जाते है कारोबारी
बबूने के फूलों में कई औषधीय गुण हैं। इसी वजह से इसे रामबाण दवा भी कहा जाता है। कम सिंचित होने वाली जगहों पर भी इसकी खेती आसानी से की जा सकती है। हिमाचल प्रदेश में इस फूल की खेती चुनवी, नौहराधार, चौरास, चाढ़ना, पनोग, घंडूरी, शमोगा, देनामानल और बोगधार …
Read More »हिमाचल प्रदेश : सेब के बागों का रकबा बढ़ा, लेकिन लगातार घट रही है पैदावार
हिमाचल प्रदेश में 1134 करोड़ रुपए की विश्व बैंक की ओर से वित्त पोषित बागवानी विकास परियोजना के कार्यान्वयन के बावजूद सेब उत्पादन बढ़ नहीं पा रहा। बागवानी विभाग द्वारा हाल में तैयार रिपोर्ट के अनुसार, बीते सीजन में साल 2021 की तुलना में 7 लाख पेटी कम सेब उत्पादन …
Read More »हिमाचल प्रदेश : चीड की पत्तियों से कंप्रेस्ड बायोगैस तैयार करने पर विचार
हिमाचल प्रदेश के जंगलों में बड़ी संख्या में चीड़ के पेड़ मौजूद हैं । चईड की पत्तियों के चलते गर्मियों में आग लगने के मामले बढ़ जाते हैं । अब हिमाचल प्रदेश चीड़ के पत्तियों का सही उपयोग करने पर विचार कर रही है । इनका इस्तेमाल कंप्रेस्ड बायोगैस तैयार …
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