कोरोना के बाद चीन का नया हमला भारतीय सब्जी मंडियों पर हो रहा है। ज़हरीला लहसुन चीन से आकर भारतीय नागरिकों की सेहत बिगाड़ रहा है।
बता दें कि भारत में साल 2014 से चीनी लहसुन बैन है, लेकिन फिर भी यह देश के कई राज्यों की सब्जी मंडियों में घुस गया है। बाजार में मिलने वाले चीन के यह लहसुन आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि चीन का लहसुन जो 2014 से ही भारत में प्रतिबंधित है, अब तस्करी के जरिए मार्केट में आ चुका है। उस पर प्रतिबंध इसलिए लगाया गया कि वह सेहत के लिए खतरनाक है। वजह ये कि उसमें कीटनाशकों का उच्च स्तर होता है। उसके फंगस युक्त होने का भी डर था, इसलिए बैन लगा। लेकिन देसी लहसुन से काफी सस्ता होने की वजह से अवैध तरीके बाजार में उतारा जा रहा है।
मिली जानकारी अनुसार उत्तर प्रदेश में उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में स्थित भारत-नेपाल सरहद पर मौजूद सुरक्षा एजेंसियों ने चीन की बड़ी साजिश को नाकाम किया है। नेपाल के रास्ते भारत मे भेजी जा रही 16 टन चायनीज लहसुन को सुरक्षा एजेंसियों ने पकड़ कर कस्टम कार्यालय को सौपा था जिसमें से 1400 कुंटल लहसुन को कस्टम विभाग ने नष्ट कर दिया।
दरअसल, भारत में इस बार बाढ़ और बारिश के कारण लहसुन की पैदावार कम होने की वजह से इसके दाम आसमान छू रहे हैं। भारत में कीमतों में इजाफा होने पर अब तस्कर चीन से लहसुन भारत ला रहे हैं। चीन से लहसुन पहले नेपाल लाया जा रहा है फिर उसे भारत नेपाल की खुली सीमा के रास्ते सीमावर्ती क्षेत्र के बाजारों समेत कई शहरों में भेजा जा रहा है।
आजकल बाजारों में भारतीय लहसुन 260- 300 रुपये किलो तक बिक रहे है वहीं, चाजनीज लहसुन बाजारो में 100 से 150 रुपये किलो में बिक रहे है, जिसका फायदा तस्कर उठा रहे है और खुली सीमा का फायदा उठाकर नेपाल से भारी मात्रा में चाईनीज लहसुन भारतीय बाजारों में खपा रहे है। भारत नेपाल सीमा के कस्टम अधिकारियों ने बताया कि बीते एक महीना में लगभग 16 टन चाइनीज लहसुन को बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों को पता चला था कि नेपाल में भारी मात्रा में चाइनीज लहसुन को डंप किया गया है, जिसको देखते हुए भारत नेपाल सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।