सूबे में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन- सरकार ने सांसद आदर्श ग्राम योजना की तरह से ग्रामीण विकास के लिए ‘एग्री स्मार्ट विलेज’ योजना को अमली जामा पहनाया है। अब हर विधानसभा क्षेत्र में एक गांव को आदर्श व स्मार्ट गांव के रूप में विकसित किया जाएगा। योजना का उद्देश्य क्रमशः सभी गांवों को आधुनिक सविधाएं पहुंचाना है।
शुरुआती चरणों में प्रत्येक विधानसभा से एक-एक गांव को चुना जाएगा और उन गांव का चौतरफा विकास किया जाएगा। इन गांवों को एक उदाहरण के तौर पर पेश किया जाएगा। उसके बहादुर झारखंड सरकार द्वारा प्रत्येक पंचायतों से एक-एक गांव का चयन करेगी। सर्वप्रथम राज्य के 100 गांव को एग्री स्मार्ट बनाया जाएगा। पहले चरण में सौ गांवों को चुना गया है।
झारखंड-सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना में इस योजना की मदद से किसानों की आय बढ़ाने के उपाय किए जाएंगे। हर खेत तक पानी पहुंचाना और सिंचाई के लिए बेहतर सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा। गांव में वैसी बंजर पड़ी जमीन जिस पर खेती नहीं की जा रही है या जिस पर खेती नहीं की जा सकती है उस पर फलदार पेड़ लगाने की योजना है। किसानी को सुगम और सुलभ बनाने के लिए कम रेट यानी सब्सिडी पर पंपसेट और ट्रैक्टर उपलब्ध कराया जाएगा।
खेती के साथ ही पशु पालन व मछली-पालन के तरफ भी उनको प्रेरित किया जायेगा। इसके लिए छोटे किसानों को गाय और बकरियां भी दी जाएंगी। अंडा व दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाएगा। खेती आसान हो उसके लिए मशीनों के उपयोग को बढ़ावा दिया जाएगा। गांव में 24 घंटे बिजली की सुविधा होगी।
इस योजना में तय किया गया है कि हर खेत तक बिजली पहुंचे इस पर ध्यान दिया जाएगा। एग्री स्मार्ट विलेज में मंडी की सुविधा भी दी जाएगी, जिससे की किसानों को अपनी फसल लेकर दूर नहीं जाना पड़े। फसल को एक स्थान से दूसरे स्थान तक लेकर जाने से उनके परिवहन खर्च में भी कमी आएगी, जिससे किसान का मुनाफा बढेगा।