उत्तर प्रदेश के आम की खुशबू और मिठास सात समन्दर पार लोगों को लुभा रही है। उत्तर प्रदेश आम का सबसे बड़ा सूबा है। आम की जितनी और जितनी किस्में उत्तर प्रदेश में हैं , उतनी भारत में कहीं भी नहीं हैं। दो दिन के उत्तर प्रदेश आम महोत्सव -२०२३ के उदघाटन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रूस में उत्तर प्रदेश के आमों की काफी मांग है। वहां पर 800 सौ रुपये प्रति किलो आम बिक रहा है। यहां से कार्गो के माध्यम से आम भेजने में 190 रुपये का खर्च आता है। यानी कोई किसान अगर रूस में आम भेजेगा तो उसे 600 रुपये से ज्यादा का नेट प्रॉफिट होगा।
सूबे के आमों की बात करते हुए उन्होंने कहा – हमें यहां के आमों को दुनिया के कोने-कोने में पहुंचाना है। यूरोप के बाजार उत्तर प्रदेश के आम का इंतजार कर रहे हैं। शॉर्टकट न अपनाएं अपनी गुणवत्ता पर ध्यान देते हुए मांग के अनुरूप उत्पाद तैयार करें। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बीज से लेकर बाजार तक की दूरी को कम करने का कार्य कर रही है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में हमें दुनिया के अलग-अलग देशों में टीमें भेजी थी। प्रदेश की औद्यानिक फसलों के लिए हमें वैश्विक बाजार को टटोलना होगा। इसके लिए विभिन्न देशों में मौजूद भारत के मिशन के माध्यम से यूपी के कृषि से जुड़े उत्पादों की प्रदर्शनी का आयोजन करें। इससे रास्ता आसान होगा। योगी ने कहा कि आम महोत्सव किसानों की आमदनी को कई गुना बढ़ाने का एक मंच है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार ने प्रदेश के अंदर 4 स्थानों पर पैक हाउस बनाए हैं। अभी पिछले दिनों वाराणसी के पैकहाउस से दो टन आम हमें दुबई भेजने का अवसर प्राप्त हुआ। ऐसे ही कार्यक्रम हमें सहारनपुर, अमरोहा और लखनऊ पैकहाउस से आयोजित करने होंगे। उन्होंने कहा कि औद्यानिक फसल के साथ-साथ हमें यहां की सब्जियों को भी वैश्विक बाजार में पहुंचाना होगा। इसके लिए हमारे कृषि वैज्ञानिकों और उद्यान विभाग के अधिकारियों को सामूहिक प्रयास करना होगा तब ही हम नई संभावनाओं को तलाश पाएंगे और उत्तर प्रदेश के कृषि एवं औद्यानिक उत्पादों को एक अलग पहचान दिला पाएंगे।
लखनऊ के शहीद पथ के पास आयोजित ‘आम महोत्सव’ में उत्पादक, क्रेता, विक्रेता और निर्यातक शामिल हुए। इनमें अलीगढ़ के आम क्रेता डॉक्टर मोबिनुद्दीन खान ने अपनी बात रखते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों का नतीजा है कि पिछले सप्ताह रूस की राजधानी मास्को में आमरस कार्यक्रम का सफल आयोजन हो पाया है। वहां के लोगों ने उत्तर प्रदेश के दशहरी, लंगड़ा, चौसा आदि आमों का स्वाद चखा। सीएम योगी की यूपी के आमों को वैश्विक पहचान दिलाने की दृढ़ इच्छा शक्ति की वजह से आज यहां के आम रूस, दुबई और बहरीन पहुंच पा रहे हैं।
आम विक्रेता बहरीन के लतीश भाटिया ने कहा कि यह महोत्सव हमारे उत्तर प्रदेश के आमों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हम दो से तीन टन आम प्रत्येक सप्ताह निर्यात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्री योगी यहां के आमों को नई पहचान दिलाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। इससे आम के बागवानों के साथ आम से बने उत्पादों का कारोबार करने वालों को काफी फायदा मिलेगा। भाटिया ने इसके लिए सीएम योगी का आभार जताया।
आयोजित कार्यक्रम से पहले श्री योगी ने आम और आम से बने विभिन्न उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। साथा ही उन्होंने ‘आम महोत्सव 2023’ की स्मारिका का विमोचन किया। कार्यक्रम में आम उत्पादन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रदेश के विभिन्न जनपदों से कार्यक्रम में आमंत्रित आम उत्पादकों और व्यापारियों को भी सम्मानित किया।
कार्यक्रम में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह एवं आम उत्पादक मौजूद थे।
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