उत्तर प्रदेश में प्रदेश में चीनी मिलें चीनी के साथ इथेनॉल भी बनाने का काम कर रहीं हैं। इसी का परिणाम है कि पूरे देश में उत्तर प्रदेश गन्ना उत्पादन में नंबर वन होने के साथ ही इथेनॉल, चीनी उत्पादन, खांडसारी इकाइयां भी नंबर वन है।
ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लोकभवन में आयोजित गन्ना विकास के तहत राज्य गन्ना उत्पादन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रमाण पत्र वितरण एवं प्रदेश की 25 सहकारी गन्ना एवं चीनी मिल समितियों के नवनिर्मित भवनों के लोकार्पण के दौरान कहीं।
उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों के भवन खाद और गोदाम के लिए भी उपयोगी साबित हो सकते हैं। इस दिशा में प्रयास करने होंगे। इसी को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम में 25 नये भवनों को लोकार्पण संपन्न हुआ है। वर्ष 2007 से 2017 के बीच गन्ना मूल्य का भुगतान एक लाख करोड़ के आसपास हुआ था, वहीं वर्ष 2017 से लेकर 2023 के बीच 2,13400 करोड़ गन्ना मूल्य का भुगतान डीबीटी के माध्यम से सीधे गन्ना किसानों के खातों में भेजा गया है। इतना ही नहीं खांडसारी में जो 500 टन अतिरिक्त गन्ना पेराई हुई है उसका नकद भुगतान किया गया है। इसके साथ ही एथेनॉल का अलग से भुगतान किया जा रहा है।
सरकार द्वारा गन्ना मूल्य भुगतान की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा- प्रदेश में 100 चीनी मिलें ऐसी हैं जो एक हफ्ते से दस दिन के अंदर किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान कर रही हैं। धीरे-धीरे करके सभी 118 चीनी मिलें इसे अपनाएंगी। गन्ना विभाग ने प्रदेश में बंद 4 चीनी मिलों को दोबारा शुरू किया है। साथ ही 2 नई चीनी मिलें स्थापित की गई हैं। उन्होंने ने कहा कि चौधरी चरण सिंह को किसानों काे किसानों को मसीहा कहा जाता था। उन्होंने 1980 के दशक में छपरौली की चीनी मिल के पुनरुद्धार की बात की थी, लेकिन सरकारें आती-जाती रहीं, किसानों के बारे में किसी ने नहीं सोचा। हमारी सरकार ने छपरौली में नई चीनी मिल की स्थापना का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा – ‘आज के कार्यक्रम में प्रदेश में एक हेक्टेयर में 2640 कुंतल गन्ने की पैदावार करने वाले किसान मौजूद हैं, जिसे पहले असंभव माना जाता था। वहीं हमारे अन्नदाता किसानों ने अपने सामर्थ्य और परिश्रम से यह साबित करके दिखाया है। प्रदेश में 3171 सहकारी महिला स्वयंसेवी समूह हैं, जिसमें 59000 से अधिक महिलाएं कार्य कर रही हैं। वह आज 60 लाख गन्ना किसानों के साथ मिलकर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में योगदान दे रही हैं।’
कार्यक्रम के दौरान चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास के राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास तथा आबकारी विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतिभागियों, गन्ना मालिकों को सम्मानित किया।