पशुधन काे आवश्यक माना जाता है| असल में पशुधन को किसानों की अतिरिक्त आय का एक प्रमुख स्त्रोत माना जाता है| इसी कड़ी में मध्य प्रदेश सरकार ने एक अहम फैसला लिया है| जिसके तहत मध्य प्रदेश- सरकार पशुधन की खरीददारी करने वाले किसानों को शून्य फीसदी ब्याज पर लोन देगी|
किसानों को शून्य फीसदी ब्याज पर पशुधन के लिए लोन देने का फैसला बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंंह चौहान की अध्यक्षता में संपन्न हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में लिया गया है| इस फैसले के तहत सरकार किसानों को पशुधन की खरीददारी के लिए शून्य फीसदी ब्याज दर से किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराएगी| राज्य सरकार ने उम्मीद जताई है कि इस योजना के क्रियान्वयन से राज्य में पशुपालक आसानी से पशुधन खरीद सकेंगे| इससे जहां एक तरफ किसान सूदखोरों और बिचौलियों से बचेंगे, वहीं पशुधन में बढ़ोतरी होने से उनकी अतिरिक्त आय में बढ़ोतरी होगी|
मध्य प्रदेश सरकार किसानों को पशुधन खरीदने के लिए अधिकतम 2 लाख रुपये तक का लोन देगी| यह पूरा लोन शून्य फीसदी ब्याज पर दिया जाएगा, यानी लोन पर किसानों को सिर्फ मूल ही लौटाना होगा|
जानकारी के मुताबिक लोन के माध्यम से किसान अपनी पशुपालन गतिविधियों को बढ़ाने के लिए कृषि साख सहकारी समितियों के माध्यम से गाय, भैंस, बकरी, सूअर, मुर्गी पालन का खरीद सकेंगे| मतलब सहकारी समितियां किसानों को अधिकतम 2 लाख रुपये की साख उपलब्ध कराएंगी, जिससे वह पशुधन खरीद सकेंगे| इस पर ब्याज नहीं लिया जाएगा|
केंद्र सरकार की योजना के तहत मध्य प्रदेश सरकार भी पशुधन बीमा योजना संचालित करती है| इस योजना के तहत राज्य सरकार अनुसूचित जाति, जनजाति, गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले किसानों और पशुपालकों के पशुओं का बीमा 70 फीसदी अनुदान पर किया जाता है| वहीं सामान्य जाति व गरीबी रेखा से ऊपर रह रहे किसानों व पशुपालकों के पशुओं का बीमा 50 फीसदी अनुदान पर किया जा सकता है|
इस योजना के तहत किसान गाय, बैल, भैंस, घोड़ा, गधा, भेड़, बकरी, सुअर, खरगोश जैसे पशुओं का बीमा किया जाता है|