अमेरिका से करीब 15 करोड़ के आयातित फलदार पौधे बागवानों के पास पहुंचने से पहले ही सूख गए हैं। पूर्व भाजपा सरकार ने राज्य में बागवानी विकास के लिए सेब सहित अन्य फलदार पौधे अमेरिका से जुटाए थे। अधिकारियों के अनुसार बागवानी विभाग ने हिमाचल में बागवानी विकास के लिए करीब 40 करोड़ रुपये की राशि खर्च करके सेब और अन्य फलदार पौधे अमेरिका से आयात किए थे।
किसानों और बागवानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने और उनकी आय दोगुनी करने के लिए ये फलदार पौधे खरीदे थे। करीब 15 करोड़ के आयातित फलदार पौधे बगीचों में लगने से पहले ही सूख चुके हैं। पौधों के सूखने पर कई सवाल उठाए जाने लगे हैं। विदेशों से आने वाले पौधों को तय समय तक क्वारंटीन करने के बाद बागवानों को फलदार पौधे उपलब्ध कराए जाते हैं।
इस दौरान अगर पौधों पर कोई वायरस या बीमारी पाई जाती है तो ये पौधे आगे नहीं भेजे जाते। पूर्व सरकार ने अमेरिका से जो पौधे आयात किए हैं, उसका पूरा डाटा सरकार ने फील्ड से जुटाना आरंभ कर दिया है ताकि यह मालूम हो सके कि पौधे सूखे कैसे।
बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि अमेरिका से आयात फलदार पौधों का पूरा डाटा फील्ड से जुटाया जा रहा है। इस मामले में सरकार जांच करेगी कि इन आयातित फलदार पौधों की क्या स्थिति है। ये पौधे किन कारणों से सूखे हैं।