नारियल विकास बोर्ड के अनुसार, देश में लगभग 1975000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में नारियल की खेती होती है, जबकि पूरे देश में नारियल का उत्पादन 20439 लाख फलों का उत्पादन होता है।
देश के कुल नारियल उत्पादन में केरल , तमिलनाडु और कर्नाटक की हिस्सेदारी लगभग 85 फीसदी है. नारियल की औसत उत्पादकता 13.5 फीसदी गिरकर 9815 इकाई प्रति हेक्टेयर रही है. नारियल विकास बोर्ड के सांख्यिकीय अधिकारी वसंतकुमार वीसी का कहना है कि केरल के किसानों ने आधुनिक तौर – तरीके कम अपनाये, जिससे उत्पादन पर असर पड़ता है|
नारियल अब मरूधरा में लोगों की प्यास बुझाएगा। देश में खासतौर पर पानी की अधिकता वाले दक्षिण के राज्यों में की जा रही नारियल की खेती अब मरूधरा में भी होगी।
विभाग ने इसके लिए तैयारियां करते हुए नारियल और सुपारी की खेती की कवायद शुरू कर दी है। नारियल की दस वैरायटियों के पौधे केरल से मंगवाए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक बीसलपुर के तल क्षेत्र में ये पौधे लगाकर नारियल की खेती की जाएगी। नारियल और सुपारी की खेती की तकनीक का अध्ययन करने के लिए अधिकारियों का दल पिछले दिनों केरल गया था। इसके बाद अब राज्य में इनकी खेती की शुरुआत कर दी गई है।
पिछले दिनों अधिकारियों का एक दल केरल गया था जो वहां से प्रशिक्षण हासिल कर लौटा है। केरल स्थित आईसीएआर के रिसर्च सेंटर से नारियल के 400 पौधे राजस्थान लाए जा चुके हैं जिन्हें टोंक के थड़ोली स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस पर रोपा जाएगा। सुपारी के भी 400 पौधे करीब एक महीने बाद राजस्थान लाए जाएंगे।