जलवायु परिवर्तन से कम वर्षा से प्रभावित राज्यों में झारखंड के किसान सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। झारखंड में बीते दो साल से पानी ज़रूरत से कम बरसा और खेती- किसानी के सामने संकट है। सूबे की सरकार किसानों को राहत राशि देने के अलावा कई कदम उठाए रही है। एक रुपए में किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ इसी तरह की लाभकारी योजना है कि।
प्राप्त जानकारी के अनुसार किसानों को राहत पहुंचाते हुए राज्य सरकार ने एक बार फिर से बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना योजना शुरू की है। इस योजना के तहत एक रुपये में फसलों का बीमा किया जाएगा। राज्य के किसानों के लिए यह योजना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि पिछले दो साल से राज्य में कोई भी फसल बीमा योजना लागू नहीं थी। राज्य के किसानों की जरूरतों को देखते हुए यह योजना फिर से शुरू की गई है। इससे किसानों को एक रुपये के प्रीमियम का भुगतान करके खरीफ और रबी सीजन की कुल 5 फसलों पर बीमा का लाभ मिलेगा।
झारखंड सरकार सरकार यह योजना चालू खरीफ वर्ष और रबी वर्ष 2025-26 के लिए लेकर आई है। बता दें की बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत राज्य के किसानों को यह लाभ दिया जा रहा है। इस योजना के तहत किसान बीमा कराने वाले बैंक, प्रज्ञा केंद्र, पीएमएफबीवाई पोर्टल या फिर अधिकृत बीमा कार्यालय में जाकर एक रुपये के प्रीमियम का भुगतान करके लाभ ले सकते हैं। इस योजना का लाभ सभी किसानों को मिलेगा।
प्राप्त जानकारी अनुसार बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को 80 फीसदी फसल नुकसान होने पर धान के लिए 70 हजार रुपया प्रति एकड़ और मक्का के लिए 50 हजार रुपया प्रति एकड़ का मुआवजा दिया जाएगा। राज्य सरकार की तरफ से तीन एजेंसियों को फसल बीमा कराने के लिए नामित किया गया है। फ्यूचर जेनरल इंश्योरेंस इंडिया कंपनी लिमिटेड को देवघर के किसानों का फसल बीमा करने का जिम्मा मिला है। जबकि गढ़वा, कोडरमा, पूर्वी सिंहभूम, साहिबगंज, पलामू, रामगढ़, पश्चिमी सिंहभूम और लोहरदगा में एचडीएफसी को बीमा करने का जिम्मा मिला है। गोड्डा, बोकारो लातेहार और चतरा में आईआईसीआई लोम्बार्ड बीमा करेगी। इसके अलावा दुमका, गिरिडीह, सरायकेला खरसावां, पाकुड़, रांची,जामताड़ा, सिमडेगा, हजारीबाग और खूंटी में बजाज अलायंज की तरफ से किसानों को लाभ मिलेगा।
झारखंड सरकार की एक सूचना के अनुसार किसानों को बिरसा फसल बीमा योजना का लाभ लेने हेतु जिन कागजों की जरूरत होती है उनमें
1. आधार कार्ड
2. बैंक पासबुक की फोटोकॉपी
3. जमीन से संबंधित कागजात
4.बटाई प्रमाण पत्र
5. फसल बुवाई का अटेस्टेड प्रमाण पत्र
6.मोबाइल नंबर