सरकार अब राशन डिपो के जरिये बाजरा की खपत कर रही है। इसके तहत बीपीएल, गुलाबी कार्ड कार्ड धारकों को राशन में बाजरा वितरण शुरू कर दिया है। बीपीएल राशन कार्ड में दर्ज प्रति व्यक्ति को ढाई किलोग्राम बाजरा व इतना ही गेहूं दिया जा रहा है। गुलाबी कार्ड धारक को प्रति माह 35 किलोग्राम गेहूं दिया जाता रहा है अब 17 बाजरा व 18 किलोग्राम गेहूं दिया जाने लगा है।
गौरतलब है कि सरकार पिछले पांच साल से बाजरा की सरकारी खरीद करती आ रही है। सरकार 2500 रुपये प्रति क्विंटल बाजरा की सरकारी खरीद करती है। खरीद के दौरान गोदाम और सरकार के अन्य स्टोर फुल हो जाते हैं। सरकार की योजना है कि बाजरा की अगली फसल आने से पहले इसकी खपत कर गोदाम खाली हो जाए तो बेहतर रहेगा ताकि यह गोदामों में खराब न होने पाए और अगले खरीद सीजन से पहले गोदामों में पर्याप्त जगह भी उपलब्ध हो जाए। जिले में हर साल औसतन चार लाख क्विंटल बाजरे की पैदावार होती है।
बीपीएल राशन कार्ड पर प्रति व्यक्ति को पांच किलोग्राम गेहूं राशन के रूप में दिया जाता रहा है। अब बाजरा के सरकारी स्टॉक की खपत करने के लिए सरकार राशन डिपो में बाजरा वितरण कर रही है। जिले में हर साल औसतन 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बाजरा की बिजाई होती है। इस समय गोदाम बाजरा से भरे हुए हैं।
गुलाबी राशन कार्ड धारकोंं को मिल रहे 35 किलोग्राम गेहूं में अब 17 किलोग्राम की कटौती कर दी गई है। इन कार्डधारकों को अब गेहूं के बदले 17 किलोग्राम मोटा अनाज के रूप में बाजरा दिया जाएगा। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की ओर से इस माह के राशन वितरण से ये निर्णय लागू कर दिया है। नए निर्णय अनुसार बीपीएल कार्ड धारकोंं को परिवार के प्रति सदस्य अब ढाई किलोग्राम बाजरा और ढाई किलोग्राम गेहूं लेना होगा।
सामान्य श्रेणी के एपीएल कार्ड धारकों को सरकार की ओर से राशन दिए जाने का कोई प्रावधान नहीं है जबकि आज से तीन दशक पहले से सामान्य श्रेणी के राशनकार्ड धारकों को भी राशन डिपो से सस्ते रेट में चीनी, तेल व चावल मिलते थे जो बाद में बंद कर दिए गए।