मोरिंगा यानी सहजन एक औषधीय महत्व का पेड़ है| इस पेड़ के पत्ते, फल, फूल, तना,फलियां, जड़ तक की बाजार को जरूरत रहती है | सहजन की उपज का बाजार में अच्छा दाम मिलता है|
सहजन को गर्म मौसम बहुत पसंद है| इसका पेड़ लगाने में न तोपानी और किसी तरह की खाद की ज़रूरत होती है| दूसरों को तंदुरुस्त रखने वाला सहजन का पेड़ दस साल तक किसानों को लाभ देता है|
सहजन से तेल निकालने के लिये अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी मांग बनी रहती है| सबसे अच्छी बात यह है कि देश के गर्म और बंजर इलाकों की सूखी बलुई या चिकनी बलुई मिट्टी में भी सहजन की खेती करके हर साल 6 लाख तक का मुनाफा कमा सकते हैं| इसका इस्तेमाल पारंपरिक दवायें बनाने के साथ-साथ पानी की सफाई और खाना बनाने में भी किया जाता है|
सहजन का पौधा तक़रीबन दस मीटर ऊँचा,कमजोर,तना और छोटी-छोटी पत्तियो वाला बहुवार्षिक पौधा है | यह बिना सिंचाई और कमजोर जमीन पर भी सालो-साल तक हरा-भरा रह सकता है | सहजन की उन्नत किस्म में इसे वर्ष में दो बार फल देने के लिए तैयार किया गया है | जिसमे अधिक उत्पादन के साथ प्रोटीन, लवण, आयरन,विटामिन-बी और विटामिन सी की मात्रा भी अधिक पायी जाती है | यहाँ पर आपको सहजन की खेती कैसे करे के बारे में बताया जा रहा है |
सहजन के पौधों में औषधीय गुण प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जिससे इसके पौधों के सभी भागों का इस्तेमाल अनेक प्रकार के कार्यों में किया जाता है। यदि आप इसे 1 एकड़ की जमीन में भी लगाते हैं, तो इससे आप प्रतिवर्ष 6 लाख रूपये तक की कमाई आसानी से कर सकते हैं। इस तरह से सहजन की खेती करने के व्यवसाय से आप कम पैसों में अधिक फायदा प्राप्त कर सकते हैं।