हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कहा कि, सभी सहकारी चीनी मिलों द्वारा 5 जुलाई तक लगभग 314 करोड़ रुपये के बकाया का भुगतान किया जाएगा। चीनी मिलों के बकाया भुगतान के संबंध में एक समीक्षा बैठक की मुख्य सचिव कौशल अध्यक्षता कर रहे थे।
श्री कौशल ने निर्देश दिया कि मिलों द्वारा निर्धारित समय अवधि के भीतर बकाया भुगतान किया जाए। उन्होंने कहा कि, निजी मिलें भी जल्द ही बकाया चुका देंगी। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि, 2021-22 सीजन के लिए मई 2022 तक सहकारी चीनी मिलों को 78.92 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई है।
उन्होने बताया कि निजी मिलों को लगभग 57 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई, जिसमें सरस्वती चीनी मिल (यमुनानगर) 29.28 करोड़ रुपये, पिकाडिली एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड (भादसन)12.84 करोड़ रुपये, नारायणगढ़ चीनी मिल को 8.60 करोड़ रुपये और असंध मिल को 6.39 करोड़ रुपये दिए गए है।
बैठक में बताया गया कि नारायणगढ़ चीनी मिल द्वारा 2021-22 सीजन के लिए किसानों को 172.69 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है, और शेष 59.15 करोड़ रुपये का भुगतान जल्द किया जाएगा।
हरियाणा में कुल 14 चीनी मिलें हैं। इनमें 10 सहकारी चीनी, मिल, एक हैफेड की और तीन चीनी मिलें प्राइवेट हैं। इन चीनी मिलों का घाटा करीब पांच सौ करोड़ रुपये है, जिसे खत्म करने की दिशा में सरकार काफी प्रयासरत है। कैथल और पलवल की सहकारी चीनी मिलों में नवंबर से आरंभ होने वाले पेराई सत्र के दौरान गुड़ व शक्कर तैयार कराया जाएगा।