सूबे में सात नवंबर को होने वाले मिजोरम विधानसभा चुनाव के लिए कुल 174 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें से 27 निर्दलीय प्रत्याशी हैं, जबकि बाकी अन्य पांच राजनीतिक दलों के उम्मीदवार हैं। इस चुनाव में कुल 8,56,868 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट, मुख्य विपक्षी दल जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) और कांग्रेस ने सभी 40 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं। एमएनएफ ने 25 मौजूदा विधायकों को मैदान में उतारा है, जबकि छह मौजूदा विधायक जेडपीएम उम्मीदवारों से हैं।
भाजपा ने 2018 के चुनावों में 39 सीटों पर चुनाव लड़ा और एक सीट जीती। इस बार पार्टी ने 23 उम्मीदवारों को उतारा है। वहीं, आदमी पार्टी (आप) यहां चार सीटों पर चुनाव लड़ रही है। जोरमथांगा का एमएनएफ भाजपा के नेतृत्व वाले नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (एनईडीए) का हिस्सा है और केंद्र में एनडीए का सहयोगी है। हालांकि पार्टी मिजोरम में बीजेपी के साथ काम नहीं करती है।
भाजपा ने 2018 के चुनावों में 39 सीटों पर चुनाव लड़ा और एक सीट जीती। इस बार पार्टी ने 23 उम्मीदवारों को उतारा है। वहीं, आदमी पार्टी (आप) यहां चार सीटों पर चुनाव लड़ रही है। जोरमथांगा का एमएनएफ भाजपा के नेतृत्व वाले नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (एनईडीए) का हिस्सा है और केंद्र में एनडीए का सहयोगी है। हालांकि पार्टी मिजोरम में बीजेपी के साथ काम नहीं करती है।