भारत का गेहूं अब पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पहुंच सकेगा| पाकिस्तान ने इसके लिए अपने यहां से भारतीय ट्रकों के होकर गुजरने की इजाजत दे दी है| दोनों देशों के बीच जो समझौता हुआ है, उसके तहत दर्जनों भारतीय ट्रक पाकिस्तान होते हुए आफगानिस्तान जाएंगे|
आगामी 21 फरवरी से भारतीय ट्रक रवाना होना शुरू होंगे| वाघा सीमा पार कर गेहूं से भरे ये ट्रक पहले लाहौर जाएंगे. वहां से अगले दिन पाकिस्तान के तोरखाम से सीमा पार कर ये ट्रक अफगानिस्तान के जलालाबाद पहुंचेंगे|
भारत-पाक तनाव के बीच
भारत ने तीन महीने पहले ऐलान किया था कि अफगानिस्तान को 50 हजार मीट्रिक टन गेहूं की मदद पहुंचाई जाएगी| इसके अलावा भारत ने संघर्षरत अफगानिस्तान को जीवन-रक्षक दवाएं और अन्य साज-ओ-सामान से मदद करने की भी घोषणा की थी| लेकिन भारतीय मदद के पहुंचने के लिए पाकिस्तान का राजी होना जरूरी था| पाकिस्तान ने तभी कह दिया था कि वह भारतीय मदद को रास्ते दे सकता है| लेकिन भारत की तरफ से औपचारिकताएं पूरी होने का इंतजार किया जा रहा था| अधिकारियों ने बताया कि पिछले हफ्ते ही भारत की तैयारी पूरी हुई|
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के चलते दोनों देशों के बीच आवाजाही बहुत कम हो गई है| यह समाचार पुलवामा हमले की ठीक तीसरी बरसी के दिन हुई| करीब 4 साल पहले 14 फरवरी 2019 को भारत के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर एक हमला हुआ था जिसमें 40 जवानों की मौत हो गई थी. भारत ने इसके लिए पाकिस्तान स्थित संगठनों को जिम्मेदार बताया था| पाकिस्तान इस आरोप को नकारता है और उसने भारत से सबूत मांगे हैं|
पिछले साल अफगानिस्तान तालिबान द्वारा सत्ता कब्जाए जाने के बाद से अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था संकट में है| रेडियो जर्मनी के अनुसार संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि वहां दस लाख से ज्यादा बच्चे भुखमरी के कगार पर हैं| देश के 90 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा से नीचे जीने को मजबूर हैं|