बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत 36 में से 20 पंचायतों में आम की बागवानी करा कर ग्रामीण कृषकों को आत्म निर्भर बनाया जा रहा है| मनरेगा के तहत इसके लिए 8 करोड 40 लाख रुपये खर्च किये जा रहे हैं| 223 कृषकों को आम की बागवानी के लिए प्रेरित कर काम किया जा रहा है|
प्रखंड में 5 एकड भूमि मे 223 लाभान्वितों के बीच 25 हजार आम का पेड़ के अलावा 18000 इमरती पेड़ लगाने का काम चल रहा है| इसके लिए चिन्हित सभी किसानों को खाद देकर भूमि को उर्वर बनाया जा रहा है| पेड़ लगने के तीन से पांच वर्षो के बाद गांव से बाजारों में आम्रपाली, लंगड़ा, सिपिया, मलिका आदि प्रजाति के आम मिलने लगेंगे|
आम के बाग लगाने का काम जारी है| इस योजना से रोजगार का भी सृजन हो रहा है| साथ ही पर्यावरण के दृष्टिकोण से भी लाभ मिलेगा| यह योजना ग्रामीण क्षेत्र के लिये काफी लाभप्रद योजना है|
आम की बागवानी योजना को प्रखंड के विभिन्न पंचायतों मे मानसून में ही लागू करने के लिये चिन्हित भूमि को सत्यापन करना भी आवश्यक है| अंचल द्वारा त्वरित गति से भूमि का सत्यापन किया गया ताकि योजना को लागू करने मे विलंब ना हो|
इसी प्रकार बीते वर्ष 2021-22 में प्रखंड के 143 लाभान्वित किसानों ने 135 एकड़ भूमि में पौधरोपण किया गया| जिसमें आम के 16 हजार पेड़ और इमारती लकड़ी के साढ़े 11 हजार पेड़ हैं| आम की प्रजाति में मालदा, लगंड़ा, मलिका, आम्रपाली, सिपिया आदि लगाया जा चुका है|
इस योजना में जो किसान लाभान्वित होगें वो सिर्फ आम के फल से हीं नही, बाग में सहफसली विधि के तहत साग-सब्जी का भी उत्पादन कर सकेंगे | आम के बाग में साग सब्जी पैदा करने के लिये पानी जमा रखने के लिये गड्ढा भी विभाग बनवा रहा है| इस योजना में 3 लाख 76 हजार रुपये प्रति किसान दिया जाना तय है|