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उत्तर प्रदेश : अभियान चला ,10 जून तक ‘किसान सम्मान निध‍ि’ में जोड़े जाएँगे सभी बचे पात्र-किसान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘पीएम किसान सम्मान निध‍ि’ के दायरे में पात्र किसानों को शामिल करने के लिए संतृप्तीकरण अभ‍ियान का आगाज किया। उन्होंने इस मुहिम काे शुरू करते हुए भरोसा दिलाया कि आगामी 10 जून तक इस योजना के सभी पात्र किसानों को इसके दायरे में शामिल कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मुहिम का मकसद योजना के पात्र किसानों को बिना किसी परेशानी के योजना में शामिल करना है।

इस दौरान योगी ने ‘दर्शन पोर्टल’ के लिए खास तौर पर तैयार किए गए ‘लोगो’ को भी लॉन्च किया। इसके साथ ही सीएम योगी ने किसानों से जुड़ी विभिन्न सेवाओं एवं अनुदान के लिए कृषक पंजीकरण की भी शुरुआत की। इस मौके पर यूपी के कृष‍ि मंत्री सूर्यप्रताप शाही और कृष‍ि विभाग के आला अधिकारी मौजूद थे।

उन्होंने कहा कि अपात्र लोगों को इस योजना में आने से रोकने के लिए किसानों से ई केवाईसी कराना, बैंक खाते से आधार लिंक कराना और भू अभिलेखों को पीएम पोर्टल पर अपलोड कराना अनिवार्य कर दिया गया है। इस मुहिम के तहत हर गांव में शिविर लगाकर ये तीनों https://khalihannews.com/ अनिवार्य जरूरतें पूरी कराई जाएंगी। इससे पात्र किसानों काे बैंक, राजस्व विभाग और अन्य विभागों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। इस प्रकार इस अभियान में बैंक, पोस्ट ऑफिस, कृषि और राजस्व विभाग के लोग जुट कर हर गांव में पात्र किसानों को इस योजना से जोड़ने के महाअभियान को पूरा करेंगे।

गौरतलब है कि दिसंबर 2018 में यह योजना शुरू होने के बाद अब तक यूपी में 2.6 करोड़ किसान इस योजना के लाभार्थी के रूप में सम्मान निधि की कम से कम एक किस्त ले चुके हैं। इस मद में अब तक 55,882 करोड़ रुपये का भुगतान डीबीटी के माध्यम से किसानों को किया जा चुका है। इसके तहत 2.20 करोड़ पात्र किसानों के भूलेख विवरण को सत्यापित कर पीएम किसान पोर्टल पर अपलोड किया जा चुका है। साथ ही 1.84 लाख किसानों की ई केवाईसी हाे चुकी है और 2.19 करोड़ के आधार कार्ड बैंक से लिंक हो चुके हैं।

उन्होंने बताया कि किसानों का फेशियल ई केवाईसी कराने के लिए केन्द्र सरकार ने एक मोबाइल ऐप विकसित किया है। इसका उपयोग कर किसान स्वयं अपनी और अन्य किसानों की ई केवाईसी कर सकेंगे। इतना ही नहीं, संतृप्तीकरण शिविर में भी इसी ऐप का उपयोग किया जाएगा।

 

 

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