उत्तर प्रदेश की जनता को बेहतर और त्वरित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार ने निशुल्क आधुनिक जीवन रक्षक प्रणाली युक्त (एएलएस) एम्बुलेंस सेवा प्रदान की है। यह एएलएस एम्बुलेंस सभी इमरजेंसी चिकित्सा उपकरणों व दवाओं से लैस है, जो प्रदेश के मरीजों के लिए जीवन दायिनी साबित हो रही है।
रविवार को एक घटना में, 70 वर्षीय शांति देवी, निवासी दानोरा, कोंच जिला जालौन, मार्ग दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गईं। दुर्घटना के बाद, बुजुर्ग महिला के सिर में गंभीर चोट लगने के कारण वह बेसुध हो गईं। परिजनों ने उन्हें तुरंत मेडिकल कॉलेज जालौन में भर्ती कराया, जहाँ चिकित्सकों ने मरीज की हालत की गंभीरता को देखते हुए उन्हें महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज, झाँसी रेफर कर दिया।
चिकित्सक ने शांति देवी के पुत्र, करन सिंह को एएलएस कॉल सेंटर पर कॉल करने का सुझाव दिया। एएलएस एम्बुलेंस संख्या यूपी 32 ईजी 6409 शीघ्र ही पहुँच गई। एएलएस ईएमटी विनोद निषाद ने अपनी कुशलता और सूजबूझ से मरीज को वेंटीलेटर सुविधा प्रदान की, जबकि पायलट बलवीर सिंह ने तत्परता से मरीज को एमएलबी मेडिकल कॉलेज, झाँसी में भर्ती करा दिया। समय पर सही उपचार होने के कारण शांति देवी की जान बच गई।
इस पहल के लिए शांति देवी के परिजनों ने मेडिकेयर 365 द्वारा चलाई जा रही इस योजना और एम्बुलेंस स्टाफ की सराहना की। इस घटना ने स्पष्ट कर दिया है कि एएलएस एम्बुलेंस सेवा उत्तर प्रदेश के मरीजों के लिए एक महत्वपूर्ण जीवन रक्षक साबित हो रही है। एएलएस एम्बुलेंस सेवा की यह पहल न केवल चिकित्सा सहायता में तेजी लाने का कार्य कर रही है, बल्कि जनता के बीच विश्वास भी जगा रही है कि संकट के समय में वे अकेले नहीं हैं।
प्रदेश सरकार की यह पहल राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल मरीजों को बेहतर सुविधा प्रदान कर रही है, बल्कि उनके जीवन को भी सुरक्षित बना रही है। एएलएस एम्बुलेंस सेवा ने राज्य में चिकित्सा आपातकाल के दौरान एक नई उम्मीद जगाई है, जो समय की आवश्यकता को पूरा कर रही है और नागरिकों के जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है।