उत्तर प्रदेश में अब सूबे की विधान परिषद् के चुनाव की गहमा-गहमी है | दो चरण में होने वाले एमएलसी चुनाव के लिए पहले चरण के प्रत्याशियों के नामों की घोषणा 16 मार्च तक कर दी जाएगी| वहीं, प्रधानों और बीडीसी को होली का अबीर लगाकर उनसे वोट मांगा जाएगा|
मुरादाबाद-बिजनौर, रामपुर-बरेली, बदायूं, पीलीभीत-शाहजहांपुर, हरदोई, खीरी, सीतापुर, लखनऊ-उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, बाराबंकी, बहराइच, आजमगढ़-मऊ, गाजीपुर, जौनपुर, वाराणसी, मिर्जापुर-सोनभद्र, इलाहाबाद, बांदा-हमीरपुर, झांसी-जालौन-ललितपुर, कानपुर-फतेहपुर, इटावा-फर्रूखाबाद, आगरा-फिरोजाबाद, अलीगढ़, बुलन्दशहर, मेरठ-गाजियाबाद एवं मुजफ्फरनगर-सहारनपुर तथा मथुरा-एटा-मैनपुरी स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र के लिए 19 मार्च तक नामांकन लिए जाएंगे| मथुरा-एटा-मैनपुरी स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से दो सदस्य तथा शेष निर्वाचन क्षेत्रों से एक-एक सदस्य निर्वाचित होने हैं|
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल के नेतृत्व में एमएलसी चुनाव के लिए बैठक की गई थी|
मौजूदा समय में विधान परिषद में समाजवादी पार्टी को बहुमत है| परिषद में सपा की 48 सीटें हैं, जबकि बीजेपी की 36 सीटें हैं|
सपा के 8 एमएलसी अब बीजेपी में जा चुके हैं| वहीं, बसपा का एक एमएलसी भी बीजेपी में आ गए हैं|
भाजपा विधान परिषद चुनाव की स्थानीय निकाय क्षेत्र सदस्य चुनाव में अपने काडर को मौका देगी, वहीं, करीब 10 सीटों पर सपा समेत अन्य दलों से आए नेताओं को उतारने की तैयारी है| भरतीय जनता पार्टी होली के बाद परिषद चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची घोषित करेगी| वहीं, भाजपा की ओर से साफ कर दिया गया है कि विधानसभा चुनाव में हारने वाले नेताओं को एमएलसी का टिकट नहीं दिया जाएगा|
अब प्रदेश में 15 मार्च से नामांकन होगा। वहीं 9 अप्रैल को मतदान और 12 अप्रैल को नतीजे घोषित किये जायेंगे।
सूबे के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला के अनुसार भारत निर्वाचन आयोग द्वारा उत्तर प्रदेश विधान परिषद के 35 स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्रों से 36 सदस्यों का निर्वाचन दो चरणों में किया जाना है। इन सदस्यों का कार्यकाल 7 मार्च 2022 को समाप्त हो गया है।