राजस्थान के पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने विधानसभा में बताया कि राज्य सरकार वर्ष 2022-23 में 6 लाख पशुपालकों के पशुओं का बीमा करवाएगी| इसके लिए 150 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है| जिसके तहत टेंडर देने का काम प्रक्रियाधीन है| उन्होंने विधानसभा सदस्यों को जानकारी दी कि क्यों अक्टूबर 2018 से प्रदेश में पशु धन बीमा योजना संचालित नहीं हो रही है|
पशुपालन के लिहाज से राजस्थान काफी महत्वपूर्ण राज्य है| यहां कुल 56.8 मिलियन पशुधन है| जिसमें 20.84 मिलियन बकरी, 13.9 मिलियन गौ-धन, 13.7 मिलियन भैंस एवं 2.13 लाख ऊंट बताए गए हैं| पशुपालन मंत्री ने बताया कि पशु चिकित्सकों और पशुधन सहायकों के रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाएगा|
कटारिया ने प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गये पूरक प्रश्न के जवाब में बताया कि 900 पशु चिकित्सकों की भर्ती का परिणाम जारी किया जा चुका है, लेकिन मामला न्यायालय में विचाराधीन है| इस वजह से इनकी भर्ती नहीं हो पाई है| मंत्री ने बताया कि वर्तमान में पशुधन सहायकों के 1541 पद रिक्त हैं| इनमें से 1136 पदों की भर्ती के लिए 11 मार्च 2022 को राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा भर्ती की विज्ञप्ति जारी की जा चुकी है| भर्ती के लिए आवेदन करने की अंतिम तारीख 17 अप्रैल, 2022 को निर्धारित की गई है| परीक्षा का आयोजन 4 जून को प्रस्तावित है| उन्होंने कहा कि भर्ती परीक्षा परिणाम आते ही रिक्त पदों को भर दिया जाएगा|
कटारिया ने बताया कि पशुधन बीमा योजना पशुपालन विभाग के माध्यम से प्रदेश में 1 अक्टूबर 2018 से संचालित नहीं है. उन्होंने योजना को संचालित नहीं किए जाने के कारणों का जिक्र करते हुए कहा कि वर्ष 2018-19 में प्रदेश में पशुधन बीमा हेतु बीमा कंपनियों से तत्समय भारत सरकार के स्तर से निर्धारित प्रीमियम दरों से अधिक प्रीमियम दर प्राप्त होना और वर्ष 2019-20 में भारत सरकार से निर्धारित समय पर राशि प्राप्त नहीं होने के कारण टेंडर जारी नहीं किया गया|