tag manger - क्या इस बार महिलाएं बदलेंगी सियासी तस्वीर? – Khalihan News
Breaking News

क्या इस बार महिलाएं बदलेंगी सियासी तस्वीर?

पांच राज्यों में हुए चुनाव का आज उत्तर प्रदेश में अंतिम दिन है| राज्य के सातवें चरण के चुनाव में बड़ी संख्या में महिलाएं अपना वोट डालने के लिए कतारों में लगी है| यह लोकतंत्र के लिए एक शुभ संदेश है| लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव में महिलाओं की भागीदारी उनकी समझ और सत्ता में हिस्सेदारी के लिए दावों को स्पष्ट करती हैl

चुनाव आयोग के अनुसार पुरुषों से अधिक महिलाओं ने उत्तराखंड और गोवा में वोट डालें हैं। वहीं, पहले चरण में मणिपुर और दूसरे चरण में उत्तर प्रदेश में महिलाओं ने अधिक वोट डाले हैं। पंजाब की बात करें तो महिलाओं और पुरुषों का वोट प्रतिशत लगभग बराबर है। उत्तर प्रदेश में अभी सातवें चरण का मतदान हो रहा है। इन चुनावों महिला मतदाताओं की अधिक संख्या का किसे फायदा पहुंचाएगा, ये बड़ा सवाल है।

उत्तर प्रदेश में सात चरणों में से छह चरणों के लिए मतदान हो चुका है| सातवें चरण में वोट डाले जा रहे हैं| मतदान के लिए हर बूथ पर लंबी
कतारे है| 20 फरवरी के बाद से या कहे चौथे चरण के बाद से महिलाओं के वोट प्रतिशत में वृद्धि दर्ज की गई।

छठे चरण में यूपी में 62.62% महिलाओं ने वोट डेल जबकि केवल 51.03% पुरुषों ने ही वोट डाला है।

पांचवें चरण में पुरुषों पर महिला मतदाताओं की बढ़त 0.01% अंक से बढ़कर 3.89% हो गई। छठे चरण में ये अंक बढ़कर 11.59% हो गया। यदि वर्ष 2017 से इस बार के चुनावों में डाले गए वोट की तुलना करें ये पिछली बार की तुलना में थोड़ा कम रहा।

उत्‍तराखंड में भी इस बार 62.6% पुरुषों ने वोट डाले जबकि 67.2% महिलाओं ने वोट डाले।

गोवा में भी पुरुषों से ज्‍यादा महिला वोटर्स बूथ तक पहुंची। महिला वॉटर्स की संख्या 5,93,860 है, जबकि पुरुषों की 5,62,500 है। पिछली बार भी महिलाओं ने पुरुषों से अधिक वोट डाले थे।
चुनाव आयोग के मुताबिक गोवा विधान सभा में महिला वोटर्स की संख्या पुरुषों से ज्यादा है| यानी गोवा में सत्ता बदलने के लिए महिलाओं के पास काफी ताकत है|
मणिपुर मे दो चरणों में करीब 90 फीसदी महिलाओं ने वोट डाला है जबकि वर्ष 2017 में 88 फीसदी महिलाओं ने वोट डाला था।

जब भी किसी राज्य में विधानसभा चुनावों में महिलाओं के वोट की संख्या बढ़ी है, सत्ता में परिवर्तन देखने को मिला है। केरल जैसे राज्यों में महिला वॉटर्स की बढ़ती संख्या ने फिर से पिनाराई विजयन को सत्ता में बैठाया। पश्चिम बंगाल में भी यही देखने को मिला जहां ममता बनर्जी को महिला वॉटर्स का खूब साथ मिला।

उत्तर प्रदेश में भाजपा को वर्ष 2017 में मिली जीत दिलाने में भी महिला वॉटर्स ने साथ दिया था। तब 63.31 फीसदी महिलाओं ने जबकि 59.15 फीसदी पुरुषों ने वोट डाला था।

राज्य में 2017 के मतदान में महिलाओ का वोट प्रतिशत पुरुषों की तुलना में ज्यादा था | तब अखिलेश यादव को सत्ता मिली थी। तब 60.28 फीसदी महिलाओं ने तो 58.68 पुरुषों ने वोट डाला था।

About admin

Check Also

पाकिस्तान के सिंध प्रांत से 68 हिंदुओं का जत्था पहुंचा महाकुम्भ प्रयागराज, भीड़ और प्रबंधन से चकित

महाकुम्भ अब तक लगभग 40 करोड़ श्रद्धालु संगम स्नान कर चुके हैं। सनातन आस्था का …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *