केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्यसभा में जवाब देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार अपनी एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत काला नमक चावल के उत्पादन को बढ़ावा दे रही है| उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश सरकार ने काला नमक धान के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए तैयार परियोजना के तहत 12.00 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं|
कृषि व किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारत सरकार ने कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण के माध्यम से काला नमक चावल को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न पहल शुरू की हैं| जिसके तहत ‘काला नमक महोत्सव’ का आयोजन किया गया है| वहीं किसान उत्पादक संगठनों का गठन और चावल निर्यातकों और किसानों के बीच समन्वय स्थापित किया गया है|
कृषि मंत्री ने कहा कि काला नमक चावल को उन्नत करने के प्रयास जारी हैं| जिसको लेकर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद , भारतीय चावल अनुसंधान संस्थान हैदराबाद, राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान कटक और भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से काला नमक चावल पर अनुसंधान कर रहे हैं|
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि केंद्र सरकार ने 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 193 जिलों में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन चावल योजना लागू की है| वहीं धान का उत्पादन बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश के 21 जिलों को चावल कार्यक्रम के तहत शामिल किया गया है| उन्होंने बताया कि NFSM के तहत, किसानों को उच्च उपज देने वाली किस्मों (एचवाईवी)/संकरों के बीजों का वितरण किया जाता है|
वहीं उन्नत कृषि मशीनरी/उपकरण, एकीकृत पोषक तत्व जैसे हस्तक्षेपों के लिए राज्य सरकारों के माध्यम से सहायता दी जाती है| उन्होंने कहा कि राज्य सरकारें राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत कला नमक धान की खेती को भी बढ़ावा दे सकती हैं|
नेपाल से सटे उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर के तराई क्षेत्र के साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश के 10 पड़ोसी जिलों में उगाई जाती है| काला नमक चावल एक सुगंधित चावल है| जिसे उगाने वाले किसानों को आम तौर पर चावल की अन्य किस्मों की तुलना में अधिक कीमत मिलती है| वहीं विदेशों में भी इसकी मांग है, लेकिन इसके बाद भी इसका उत्पादन कम होता है| ऐसे में उत्तर प्रदेश ने काला नमक धान के उत्पादन को बढ़ाने के लिए एक परियोजना शुरू की है|