अब राजनीतिक पार्टियों का जोर पूरी तरह से पूर्वांचल पर है। इसके तहत पार्टियों ने वाराणसी को केंद्र बनाकर पूर्चांचल को साधने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। इसी के तहत समाजवादी पार्टी को समर्थन देने वाली तृणमूल कांग्रेस की नेता, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कार्यक्रम भी तय हो चुका है। वो दो दिन बनारस में रहेंगी। इस संबंध में टीएमसी के यूपी संयोजक व राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य राजेशपति त्रिपाठी ने बताया कि ममता बनर्जी 2 मार्च को वाराणसी आ जाएंगी और दो दिन तक वाराणसी में रह कर दर्शन-पूजन, गंगा आरती में भाग लेने के साथ ही वो शिवपुर विधानसभा के ऐढ़े गांव में जनसभा करेंगी।
टीएमसी नेता त्रिपाठी ने बताया कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के बाद ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस यूपी में संगठन का विस्तार करेगी। मीडिया से मुखातिब त्रिपाठी ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ममता बनर्जी ने यूपी में पार्टी का जमीनी संगठन न होने के चलते ही इस बार के विधानसभा चुनाव में खुद न उतर कर समाजवादी पार्टी को समर्थन करने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व का ये फैसला अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए सांप्रदायिकता का माहौल बनाने वालों से प्रदेश को मुक्त कराने के लिए लिया है।
यूपी विधानसभा चुनाव बाद दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी जिसमें प्रदेश में टीएमसी के संगठन विस्तार पर रणनीति बनेगी। पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव में पूरी ताकत से
उतरेगी।
त्रिपाठी ने बताया कि ममता बनर्जी दो मार्च को बनारस पहुंच जाएंगी। उस दिन वो बाबा विश्वनाथ के दरबार में शीश नवाएंगी, अपने वादे के मुताबिक दीपक जलाएंगी। फिर गांगा आरती में भी भाग लेंगी। फिर अगले दिन यानी तीन मार्च को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व सीएम अखिलेश यादव संग शिवपुर विधानसभा के ऐढे गांव में जनसभा करेंगी।