राजधानी पटना में 29 नवंबर से कृषि यांत्रिकीकरण मेला आयोजित हो रहा है। चार दिनों तक चले वाले इस मेले में सौ से अधिक कृषि यंत्र निर्माता हिस्सा लेंगे। इस दौरान किसानों को आधुनिक कृषि उपकरणों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी जाएगी।
पटना के गांधी मैदान में 29 नवंबर से 2 दिसंबर तक चार दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण मेला (एग्रो बिहार 2024) आयोजित होगा। राज्य स्तरीय चार दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण मेले (एग्रो बिहार 2024) में 100 से अधिक कृषि यंत्र निर्माता शामिल होंगे। राजधानी के गांधी मैदान में 3.25 लाख हेक्टेयर में 29 नवंबर से 2 दिसंबर तक कृषि यंत्र मेले में 100 से अधिक स्टॉल लगाए जाएंगे। किसान यहां अत्याधुनिक कृषि यंत्रों को देखकर खरीद सकेंगे।
कृषि यंत्र मेले में बिहार के अलावा पंजाब, हरियाणा, गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश आदि राज्यों के कृषि यंत्र निर्माता भाग लेंगे। कृषि सचिव संजय अग्रवाल ने बुधवार को विभागीय अधिकारियों के साथ कृषि यंत्र मेला की तैयारी की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए।
कृषि यंत्र मेले में खाद्य एवं प्रसंस्करण, पशु एवं मत्स्य संसाधन, गन्ना उद्योग, उद्योग विभाग, सहकारिता, कॉम्फेड की ओर से योजनाओं और क्रियाकलापों की किसानों को जानकारी दी जाएगी। मेले में बिहारी व्यंजन का फूड कोर्ट होगा। मेले में प्रतिदिन किसान पाठशाला में विशेषज्ञों की ओर से किसानों को खेती की आधुनिक तकनीक की जानकारी दी जाएगी।
राज्य के सभी कृषि महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को भी यहां भ्रमण कराया जाएगा। इस वित्तीय वर्ष 2024-25 में कृषि यांत्रिकरण योजना के तहत 75 प्रकार के कृषि यंत्रों पर अनुदान दिया जा रहा है। एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के किसानों के लिए कृषि यंत्रों पर अधिक अनुदान का प्रावधान किया गया है। 20 हजार या उससे कम अनुदान वाले कृषि यंत्रों पर निबंधित गैर रैयत किसान भी अनुदान का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
यंत्र का मेक और मॉडल तथा आपूर्तिकर्ता प्रतिष्ठान का चयन किसान की ओर से स्वयं करने का प्रावधान किया गया है। किसान अपनी इच्छा अनुसार कृषि विभाग की ओर से सूचीबद्ध मेक मॉडल के यंत्र खरीद सकते हैं। उन यंत्रों पर विधिवत निर्धारित अनुदान दिया जाएगा।