इस बार महाकुम्भ मेले में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना है, जिसके अनुसार तीर्थराज प्रयागराज में सभी प्रकार के प्रबंधन कार्य किए जा रहे हैं। इसी संदर्भ में महाकुम्भ नगर को जिला घोषित किया जा चुका है।
प्रयागराज में महाकुंभ-2025 की तैयारियों का कार्य तेजी से चल रहा है. श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रखने और प्रशासनिक कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए योगी सरकार ने रविवार को एक अस्थायी जिले की स्थापना की है, जिसका नाम महाकुंभ मेला रखा गया है.
नए जिले में चार तहसीलें, 56 थाने, 133 पुलिस चौकियां और 25 सेक्टर शामिल किए गए हैं. महाकुंभ नगर की प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए दो आईएएस, एक आईपीएस, और तीन एडीएम को नियुक्त किया गया है. इसके अतिरिक्त, प्रत्येक सेक्टर में सेक्टर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है. जिले के डीएम के रूप में विजय किरन आनंद और एसएसपी के रूप में राजेश द्विवेदी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। ।
महाकुंभ नगर में प्रयागराज के सदर तहसील, करछना, फूलपुर और सोरांव के 67 गांवों और मोहल्लों को शामिल किया गया है। कमेटी ने दोनों जिलों की सीमाओं, तहसीलों और थानों के क्षेत्रफल को निर्धारित करने के लिए एक व्यापक सर्वेक्षण किया। प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा इस क्षेत्र का सीमांकन किया गया है।
महाकुंभ नगर में सभी विभागों के कार्यालय और अधिकारियों के आवास तेजी से बनाए जा रहे हैं। जिले के थानों में एफआईआर दर्ज करने और विवेचना की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। नई व्यवस्था से महाकुंभ नगर में प्रशासनिक कार्यों में सुधार होगा।