जिस ट्रेनी को चुना जाएगा, उसे हर महीने स्टाइपेंड के तौर पर 24,616 रुपये (डीए भी शामिल) एक साल की अवधि के लिए दिया जाएगा. ट्रेनिंग के दौरान अगर परफॉर्मेंस अच्छा नहीं रहा तो उसे 6 महीने के लिए और बढ़ा दिया जाएगा. ट्रेनिंग सफलतापूर्वक समाप्त होने के बाद जूनियर एक्जिक्यूटिव रोल दिया जाएगा जिसमें सैलरी 17,000 रुपये से लेकर 60,000 रुपये तक होगी.